IREDA, देश की प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई (PSU), इस वित्तीय वर्ष में अपने फंड रेजिंग प्लान को लेकर चर्चा में है। कंपनी ने कुल 5,000 करोड़ रुपये का फंड जुटाने की योजना बनाई है, जिसे क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के माध्यम से किया जाएगा। इसके साथ ही, कंपनी की योजना इस वित्तीय वर्ष में कुल 30,000 करोड़ रुपये तक का फंड जुटाने की है। आइए इस योजना को विस्तार से समझते हैं और यह भी जानते हैं कि IREDA का इतिहास और भविष्य की संभावनाएं क्या हैं।
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IREDA की फंड रेजिंग योजना
IREDA ने अपनी बोर्ड मीटिंग में QIP के जरिए फंड जुटाने का फैसला लिया। QIP प्रक्रिया के तहत कंपनी अपने शेयरों को डायल्यूट करेगी। वर्तमान में सरकार के पास IREDA के 75% शेयर हैं, लेकिन इस प्रक्रिया के बाद सरकार की हिस्सेदारी में 7% की कमी हो सकती है। यह फंड रेजिंग एक या अधिक किश्तों में की जाएगी और इसके जरिए कंपनी बाजार से 5,000 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश करेगी।
सितंबर 2024 में कंपनी ने घोषणा की थी कि अगले वित्तीय वर्ष (FY25) में 30,000 करोड़ रुपये का फंड जुटाने की योजना है। इसमें 25,000 करोड़ रुपये डेट मार्केट से और 4,500 करोड़ रुपये इक्विटी डायल्यूट करके जुटाने की बात कही गई थी। यह कंपनी के निवेशकों और भविष्य की परियोजनाओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
IREDA का पिछला प्रदर्शन
IREDA की लिस्टिंग नवंबर 2023 में हुई थी। इसका आईपीओ 38 गुना सब्सक्राइब हुआ था, और शुरुआती दिनों में इसने अच्छा प्रदर्शन किया। आईपीओ की लिस्टिंग कीमत लगभग 50 रुपये थी, लेकिन समय के साथ शेयर की कीमत में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। फिलहाल, यह कंपनी 195 रुपये प्रति शेयर पर ट्रेड कर रही है, जो अपने ऑल-टाइम हाई से 37% कम है।
पिछले छह महीनों में IREDA के शेयर में 27% की गिरावट दर्ज की गई है। यह प्रदर्शन उन निवेशकों के लिए चिंता का विषय हो सकता है, जिन्होंने कंपनी के शेयर अपने उच्चतम स्तर पर खरीदे थे।
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
IREDA में निवेश करने वाले और उच्च स्तर पर फंसे हुए निवेशकों के लिए बाजार विशेषज्ञ अंशुल जैन की सलाह महत्वपूर्ण है। उन्होंने IREDA के स्टॉक पर बुलिश व्यू रखते हुए इसे “बाय ऑन डिप्स” यानी गिरावट पर खरीदने की रणनीति अपनाने का सुझाव दिया है। उन्होंने इस स्टॉक को लॉन्ग-टर्म निवेश के लिए बेहतर विकल्प बताया है।
IREDA का बिजनेस मॉडल मजबूत है, और कंपनी रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र में काम करती है, जो सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। यह एक उभरता हुआ सेक्टर है, और आने वाले समय में इसमें बड़े निवेश और ग्रोथ की संभावना है।
अंशुल जैन ने 300 रुपये के लक्ष्य के साथ इस स्टॉक में निवेश की सलाह दी है। निवेशकों को 160 रुपये का स्टॉप लॉस रखना चाहिए और लंबी अवधि के नजरिए से इस स्टॉक में निवेश करना चाहिए।
भविष्य की संभावनाएं
IREDA की फंड रेजिंग योजना और सरकार का रिन्यूएबल एनर्जी पर फोकस कंपनी के लिए सकारात्मक संकेत हैं। फंड रेजिंग के जरिए कंपनी अपनी वित्तीय स्थिति मजबूत करेगी और नए प्रोजेक्ट्स में निवेश करेगी।
हालांकि, निवेशकों को यह समझना होगा कि पीएसयू स्टॉक्स में निवेश के लिए धैर्य और लंबी अवधि की योजना जरूरी है। IREDA की मौजूदा स्थिति को देखते हुए, यह निवेशकों के लिए एक संभावित अवसर हो सकता है, लेकिन इसमें जोखिम भी शामिल हैं।
निष्कर्ष
IREDA की फंड रेजिंग योजना और उसके भविष्य के प्लान्स को देखते हुए यह स्पष्ट है कि कंपनी अपने निवेशकों और व्यवसाय के विस्तार के लिए गंभीर है। लॉन्ग-टर्म निवेशक इस स्टॉक में अवसर देख सकते हैं। यदि आप IREDA में निवेश कर चुके हैं या करने की योजना बना रहे हैं, तो यह सुनिश्चित करें कि आपका नजरिया लंबी अवधि का हो।
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