जिस भी कारोबार में Reliance उतरता है, वहां हलचल मच जाना तय होता है। यही कहानी अब शेयर बाजार में भी देखने को मिल रही है। Jio BlackRock, जो Reliance और ब्लैकरॉक का संयुक्त उद्यम है, को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) से स्टॉक ब्रोकिंग का लाइसेंस मिल गया है। इसके बाद बाजार में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है कि अब क्या होगा? कौन-कौन प्रभावित होगा?
विशेषकर उन न्यू-एज ब्रोकरेज फर्म्स पर सबकी निगाहें टिक गई हैं, जिन्होंने पुराने खिलाड़ियों को पीछे छोड़कर अपनी जगह बनाई, जैसे Zerodha और Groww। लेकिन Zerodha के संस्थापक नितिन कामत ने साफ कहा है कि वह इस नई चुनौती से घबराए नहीं हैं।

Jio BlackRock की एंट्री और बाजार में चर्चा
27 जून को SEBI से अनुमति मिलने के बाद Jio BlackRock Broking Pvt. Ltd. आधिकारिक तौर पर एक ब्रोकरेज फर्म बन गई। इससे पहले यह कंपनी एक एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) के रूप में काम कर रही थी। लेकिन अब इसके शेयर ब्रोकिंग में कदम रखते ही बाजार में हलचल मच गई।
विशेषज्ञों का मानना है कि Reliance के पास टेलीकॉम, रिटेल और पेट्रोलियम जैसे बड़े नेटवर्क हैं, जिनकी मदद से यह देश के दूर-दराज इलाकों तक ब्रोकिंग सेवाएं पहुंचा सकता है। यही वजह है कि बाजार के खिलाड़ी यह सोचने लगे हैं कि आने वाले समय में उनकी स्थिति पर इसका क्या असर होगा।
Zerodha का आत्मविश्वास कायम
सबसे ज्यादा नजर Zerodha और उसके संस्थापक नितिन कामत पर है। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी कि Jio BlackRock की एंट्री स्वागत योग्य है और इससे बाजार में निवेशकों की भागीदारी बढ़ेगी।
उन्होंने लिखा कि — “इस कारोबार में सिर्फ बड़ी जेब (deep pockets) से कुछ नहीं होता। असली मुकाबला उन लोगों से है जो इस बिजनेस को जीते हैं, सांस लेते हैं और हर वक्त इसके बारे में सोचते हैं। असली चुनौती उन्हीं फाउंडर्स से मिलती है जिन्होंने अपने दम पर जगह बनाई।”
कामत का कहना है कि Zerodha का मकसद सिर्फ ज्यादा ग्राहक जोड़ना या दिखावटी योजनाएं लॉन्च करना नहीं है। उनका लक्ष्य है — प्रॉफिटेबल और टिकाऊ रहना, पारदर्शी सर्विस देना और लंबे समय तक ग्राहकों के साथ खड़ा रहना।
भारतीय बाजार में अभी भी अपार संभावनाएं
नितिन कामत का मानना है कि Jio BlackRock की एंट्री भारत के शेयर बाजार के लिए सकारात्मक साबित होगी। भारत जैसे 140 करोड़ की आबादी वाले देश में केवल 10 करोड़ सक्रिय निवेशक हैं। ऐसे में और अधिक भागीदारी और जागरूकता की जरूरत है।
उनके मुताबिक, Reliance का बड़ा नेटवर्क इस काम में मददगार हो सकता है। लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस बिजनेस में कामयाबी सिर्फ पैसे से नहीं मिलती। यहां धैर्य, पारदर्शिता और ग्राहकों के प्रति ईमानदारी से ही आगे बढ़ा जा सकता है।
क्या बदल जाएगा खेल?
नितिन कामत ने स्वीकार किया कि भविष्य में क्या होगा यह कहना मुश्किल है। उन्होंने कहा — “हो सकता है कि मेरा अनुमान गलत हो। जब Zerodha शुरू हुआ था, तब किसी ने नहीं सोचा था कि हम सबसे बड़े बन जाएंगे। फिर Groww आया और उसने भी तेजी से जगह बना ली। यह कारोबार लंबी दौड़ का है, जहां पैसे से ज्यादा नजरिया मायने रखता है।”
फिलहाल इतना तय है कि Jio BlackRock की एंट्री से बाजार में नई हलचल शुरू हो गई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले वक्त में यह बाजार की दिशा को कैसे प्रभावित करता है।
F.A.Q.
– Jio BlackRock क्या है और यह किसका जॉइंट वेंचर है?
Jio BlackRock एक जॉइंट वेंचर है, जिसे Reliance Industries और दुनिया की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी BlackRock ने मिलकर बनाया है। पहले यह केवल एसेट मैनेजमेंट का काम कर रहा था, अब इसे भारत में स्टॉक ब्रोकिंग का लाइसेंस भी मिल गया है।
– Jio BlackRock को ब्रोकिंग का लाइसेंस कब मिला?
Jio BlackRock Broking Pvt. Ltd. को 27 जून 2025 को SEBI से आधिकारिक रूप से शेयर ब्रोकिंग फर्म के तौर पर काम करने की मंजूरी मिली।
– Zerodha के नितिन कामत ने Jio की एंट्री पर क्या कहा?
नितिन कामत का कहना है कि इस बिजनेस में केवल पैसे से नहीं, बल्कि विज़न, मेहनत और ग्राहकों की जरूरतों को समझने से सफलता मिलती है। उन्होंने कहा कि Jio की एंट्री सकारात्मक है, लेकिन इससे डरने की जरूरत नहीं है।
– Jio BlackRock की एंट्री से बाजार पर क्या असर होगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि Jio BlackRock की एंट्री से भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि Reliance का बड़ा नेटवर्क बाजार में गहराई लाने में मदद करेगा।
– क्या Jio BlackRock Zerodha और Groww को टक्कर दे पाएगा?
यह कहना अभी जल्दी होगा। हालांकि Jio के पास बड़े संसाधन और नेटवर्क हैं, Zerodha और Groww पहले ही बड़ी ब्रोकरेज कंपनियां बन चुकी हैं। नितिन कामत का मानना है कि असली मुकाबला नए, जुनूनी और ईमानदार फाउंडर्स से होता है, न कि सिर्फ पैसे से।
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