इन 5 कंपनियों ने कैश में बनाया रिकॉर्ड, निवेशकों के लिए शानदार मौका!

शेयर बाजार में निवेश करते समय, हम अक्सर विभिन्न कंपनियों के शेयर खरीदते और बेचते हैं। इनमें से कुछ शेयरों को हम लंबी अवधि के लिए रखते हैं ताकि हमें डिविडेंड के रूप में लाभ मिलता रहे।

डिविडेंड निवेशकों के लिए एक स्थिर आय स्रोत होता है और कंपनी की वित्तीय स्थिरता का प्रतीक भी। इसी संदर्भ में एक बड़ी खबर सामने आई है, जिसमें यह बताया गया है कि बीएसई 500 इंडेक्स की 66 कंपनियों के पास 99,100 करोड़ रुपये का सरप्लस फंड मौजूद है।

इन 5 कंपनियों ने कैश में बनाया रिकॉर्ड निवेशकों के लिए शानदार मौका

प्रमुख कंपनियों के पास कैश रिज़र्व

कॉर्पोरेट गवर्नेंस फर्म इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर एडवाइजरी सर्विसेस (IIAS) की रिपोर्ट के अनुसार, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, एलटीआई माइंडट्री, सीमेंस और सन टीवी नेटवर्क जैसी कंपनियों के पास सबसे अधिक कैश रिजर्व हैं।

  • HCL Technologies के पास 144.3 अरब रुपये का कैश है, जिसमें 83.6 अरब रुपये सरप्लस हैं।
  • Bharat Electronics के पास 109.5 अरब रुपये का कैश है, जिसमें 79.8 अरब रुपये सरप्लस कैश शामिल है।
  • LTI Mindtree के पास 93.4 अरब रुपये का कैश है, जिसमें से 66.6 अरब रुपये सरप्लस हैं।
  • Siemens के पास 72.2 अरब रुपये का कैश रिज़र्व है, जिसमें 53.9 अरब रुपये सरप्लस हैं।
  • Sun TV Network के पास 49.1 अरब रुपये का कैश रिज़र्व है, जिसमें 41.4 अरब रुपये सरप्लस हैं।

इन कंपनियों के पास मौजूद कैश निवेशकों के लिए अच्छा संकेत है, क्योंकि यह डिविडेंड के रूप में लाभांश मिलने की संभावना को बढ़ाता है।

सरप्लस कैश का महत्व

किसी भी कंपनी के पास कैश का होना उसकी वित्तीय स्थिरता का प्रतीक है।

  1. खर्चों की पूर्ति: कैश रिज़र्व का उपयोग कंपनी अपने दैनिक खर्चों को पूरा करने, विस्तार के लिए, और आपातकालीन स्थिति में करती है।
  2. कर्ज में कमी: सरप्लस कैश होने पर कंपनियों को कर्ज लेने की जरूरत कम पड़ती है।
  3. शेयरधारकों को लाभ: सरप्लस कैश का एक हिस्सा डिविडेंड के रूप में निवेशकों को दिया जा सकता है, जो उनकी आय में वृद्धि करता है।

डिविडेंड और इसका महत्व

डिविडेंड वह राशि है जो कंपनी अपने मुनाफे का एक हिस्सा शेयरधारकों को नियमित भुगतान के रूप में देती है। यह आमतौर पर नकद में दिया जाता है, लेकिन कई बार अतिरिक्त शेयरों के रूप में भी प्रदान किया जाता है।

  • डिविडेंड निवेशकों के लिए स्थिर आय का स्रोत होता है।
  • यह कंपनी की वित्तीय मजबूती का संकेत देता है।

IIAS की रिपोर्ट के अनुसार, बीएसई 500 इंडेक्स की 66 कंपनियां वित्तीय वर्ष 2024 में 99,100 करोड़ रुपये का सरप्लस कैश शेयरधारकों को लौटा सकती हैं। अगर ऐसा होता है, तो इन कंपनियों के शेयरधारकों के लिए यह बेहद फायदेमंद होगा।

निवेशकों को क्या करना चाहिए

रिपोर्ट से यह स्पष्ट है कि कई कंपनियां कैश के ढेर पर बैठी हुई हैं। यदि ये कंपनियां सरप्लस कैश को डिविडेंड के रूप में शेयरधारकों को लौटाती हैं, तो यह उनके पोर्टफोलियो में एक बड़ी आय का स्रोत बन सकता है। इस रिपोर्ट के आधार पर, निवेशक उन कंपनियों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं जो वित्तीय रूप से मजबूत हैं और अपने शेयरधारकों को नियमित लाभ प्रदान करने में सक्षम हैं।

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  • Manoj Talukdar

    नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम मनोज तालुकदार है, और मैं लम्बे समय से शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड जैसे निवेश से जुड़े क्षेत्रों में सक्रिय रूप से काम कर रहा हूं। इस दौरान मैंने जो अनुभव और ज्ञान अर्जित किया है, उसे मैं आप सभी के साथ इस वेबसाइट के माध्यम से साझा करना चाहता हूं। मेरा उद्देश्य है कि इस वेबसाइट के जरिए आपको निवेश से जुड़ी सही और उपयोगी जानकारी प्रदान कर सकूं, ताकि आप अपने निवेश निर्णयों को बेहतर बना सकें।

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