IPO में निवेश के 7 गुरु मंत्र: जानिए कैसे चुनें सबसे बढ़िया IPO!

IPO (Initial public offering) में निवेश करना शेयर बाजार में पैसे कमाने का एक आसान तरीका माना जाता है। हालांकि, आजकल इतने ज्यादा आईपीओ आ रहे हैं कि यह तय करना मुश्किल हो जाता है कि किसमें निवेश किया जाए।

आज हम आपको कुछ ऐसे महत्वपूर्ण बिंदु बताएंगे जो आपको यह तय करने में मदद करेंगे कि किस IPO में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है। आइए जानते है:-

IPO में निवेश के 7 गुरु मंत्र जानिए कैसे चुनें सबसे बढ़िया IPO

1. कंपनी के IPO का उद्देश्य समझें

IPO में निवेश करने से पहले सबसे जरूरी है यह देखना कि कंपनी IPO क्यों ला रही है। यदि IPO का उद्देश्य “Offer For Sale” है, तो इसका मतलब है कि कंपनी अपने पुराने निवेशकों को पैसा देने के लिए फंड जुटा रही है। ऐसे मामलों में लिस्टिंग गेन के चांस कम हो सकते हैं।

वहीं, यदि IPO का उद्देश्य “Fresh Issue” है, तो पैसा कंपनी के विकास में इस्तेमाल होगा, जिससे भविष्य में बेहतर रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ जाती है।

2. IPO का साइज और कंपनी का नाम

बड़े साइज वाले IPO, जैसे 10,000 करोड़ या उससे अधिक, अक्सर कम लिस्टिंग गेन देते हैं। इसके अलावा, सिर्फ बड़े नामों वाली कंपनियों के आईपीओ में निवेश करने से बचें। नाम बड़ा होने का मतलब यह नहीं कि रिटर्न भी अच्छा होगा। कंपनी की वास्तविक परफॉर्मेंस को देखना जरूरी है।

3. बाजार की स्थिति का आकलन

बाजार की मौजूदा स्थिति भी IPO में निवेश करने का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। यदि बाजार कमजोर (बेयरिश) है, तो IPO लाने वाली कंपनियां भी अपनी तारीख आगे बढ़ा देती हैं। ऐसे समय में, निवेशकों को अधिक सतर्क रहना चाहिए और IPO में सोच-समझकर पैसा लगाना चाहिए।

4. कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी और मार्जिन

IPO में निवेश करने से पहले कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी और प्रॉफिट मार्जिन जांचें। यदि कंपनी अच्छा मुनाफा कमा रही है और उसका प्रॉफिट मार्जिन 10% या उससे अधिक है, तो यह IPOनिवेश के लिए बेहतर हो सकता है। इसके साथ ही, रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) भी 15% या उससे अधिक होनी चाहिए।

5. Debt-to-equity ratio को जरुर देखे

किसी कंपनी का Debt-to-equity ratio 1 से कम होना चाहिए। अधिक कर्ज वाली कंपनियां आमतौर पर लिस्टिंग पर अच्छा प्रदर्शन नहीं करतीं। इसलिए, ऐसी कंपनियों में निवेश करने से बचें जिनका कर्ज उनकी इक्विटी से ज्यादा कर्ज हो।

6. IPO का ओवर-सब्सक्रिप्शन

IPO का ओवर-सब्सक्रिप्शन दिखाता है कि निवेशकों की उस पर कितनी रुचि है। आमतौर पर, जिन IPO का ओवर-सब्सक्रिप्शन 20 गुना या उससे अधिक होता है, उनमें लिस्टिंग गेन के चांस अधिक होते हैं। IPO में पैसा लगाने के लास्ट डेट पर सब्सक्रिप्शन डेटा देखकर निवेश का निर्णय लें।

7. GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) को जरुर देखे

GMP का उपयोग यह समझने के लिए किया जा सकता है कि IPO का संभावित रिटर्न क्या हो सकता है। हालांकि, इसे केवल एक अनुमान के रूप में लेना चाहिए। GMP के आधार पर कभी भी कर्ज लेकर निवेश न करें।

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  • Manoj Talukdar

    नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम मनोज तालुकदार है, और मैं लम्बे समय से शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड जैसे निवेश से जुड़े क्षेत्रों में सक्रिय रूप से काम कर रहा हूं। इस दौरान मैंने जो अनुभव और ज्ञान अर्जित किया है, उसे मैं आप सभी के साथ इस वेबसाइट के माध्यम से साझा करना चाहता हूं। मेरा उद्देश्य है कि इस वेबसाइट के जरिए आपको निवेश से जुड़ी सही और उपयोगी जानकारी प्रदान कर सकूं, ताकि आप अपने निवेश निर्णयों को बेहतर बना सकें।

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