Adani Power का शेयर एक बार फिर से निवेशकों और ट्रेडर्स की नजर में है। कंपनी ने हाल ही में ₹797 का ऑल टाइम हाई छुआ था (जून 2024), लेकिन फिलहाल ये अपने उच्चतम स्तर से लगभग 28% नीचे ट्रेड कर रहा है। इस गिरावट की मुख्य वजहें सितंबर 2024 से पावर सेक्टर में मुनाफावसूली और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) द्वारा बिकवाली रही हैं। हालांकि, जनवरी 2025 से FIIs ने दोबारा से खरीदारी शुरू की है, जिससे निवेशकों की उम्मीदें फिर से जगी हैं।

Adani Power देश की सबसे बड़ी प्राइवेट थर्मल पावर कंपनी
Adani Power की वर्तमान उत्पादन क्षमता 17,000 मेगावाट है, जिसे कंपनी 2030 तक बढ़ाकर लगभग 36,670 मेगावाट तक ले जाने की योजना पर काम कर रही है। यानी कंपनी अगले 5 वर्षों में अपनी क्षमता लगभग दोगुनी करने की दिशा में तेजी से बढ़ रही है।
कंपनी की खास बात यह है कि इसके पास 87% पावर के लिए पावर परचेज एग्रीमेंट्स (PPA) पहले से हैं, जिससे उत्पादन होते ही बिजली बिक जाती है। शेष 13% बिजली कंपनी मर्चेंट बेसिस पर अच्छे रेट्स पर बेचती है – उदाहरण के तौर पर, पिछले साल मर्चेंट पावर की बिक्री दर ₹5.93 प्रति यूनिट रही।
फ्यूल सप्लाई और कोयला संकट से निपटने की तैयारी
थर्मल पावर प्लांट्स में कोयले की भारी जरूरत होती है। Adani Power के पास 84% कोयले की सप्लाई के लिए फ्यूल सप्लाई एग्रीमेंट्स पहले से मौजूद हैं। शेष 16% कोयले के लिए कंपनी ने चार कोल ब्लॉक्स पर काम शुरू कर दिया है, जिनकी कुल क्षमता 14 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष की होगी।
Adani Power की वैल्यूएशन और फाइनेंशियल स्थिति
FY26 और FY27 के लिए कंपनी की अनुमानित EPS क्रमशः ₹32.8 और ₹34.1 है। मौजूदा समय में कंपनी का PE रेशियो 16.5 के आसपास है, जो कि इस सेक्टर के हिसाब से आकर्षक माना जा सकता है। बुक वैल्यू ₹146 है, जबकि कंपनी पर कुल कर्ज ₹39,495 करोड़ है। यह कर्ज पहले के मुकाबले काफी कम है – FY19-20 में कंपनी पर ₹52,000 करोड़ तक कर्ज था, जिसे घटाकर अब ₹36,000 करोड़ के स्तर पर लाया गया है।
Adani Power Share पर ब्रोकरों की राय और लॉन्ग टर्म टारगेट
असित सिंह मेहता ब्रोकरेज हाउस ने Adani Power पर ‘एक्यूमुलेट’ की रेटिंग दी है और टारगेट ₹680 रखा है। वहीं, निवेश विशेषज्ञ अंशुल का मानना है कि अगर निवेशक लॉन्ग टर्म के लिए सोच रहे हैं – यानी 2030 या 2032 तक – तो यह स्टॉक ₹2000 के स्तर तक भी जा सकता है। उनका मानना है कि अडानी ग्रुप का कैपेक्स प्लान यदि 80% भी सफल होता है तो ग्रुप का मार्केट कैप तीन गुना तक बढ़ सकता है।
एक दिलचस्प पहलू ये भी है कि आने वाले वर्षों में क्रिप्टो माइनिंग के रेगुलेटेड होते ही पावर कंपनियों की मांग तेजी से बढ़ सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत जैसे देश में जब क्रिप्टो को रेगुलेट किया जाएगा, तो इसकी माइनिंग के लिए भारी मात्रा में बिजली की आवश्यकता होगी – और यह मांग Adani Power जैसी कंपनियों के लिए एक नया बड़ा अवसर बन सकती है।
निष्कर्ष
टेक्निकल और फंडामेंटल दोनों दृष्टिकोणों से Adani Power एक मजबूत प्ले के रूप में उभरता दिख रहा है। जो निवेशक लॉन्ग टर्म दृष्टि से देख रहे हैं, उनके लिए यह स्टॉक एक सुनहरा अवसर हो सकता है। वहीं, ट्रेडर्स को ₹600 के ऊपर मोमेंटम मिलने की उम्मीद करनी चाहिए।
Adani Power Share F.A.Q.
– क्या Adani Power में अभी निवेश करना सही रहेगा?
अगर आप लॉन्ग टर्म निवेशक हैं तो Adani Power एक आकर्षक विकल्प हो सकता है। कंपनी की क्षमता दोगुनी करने की योजना, मजबूत फंडामेंटल्स और भविष्य की मांग को देखते हुए इसमें निवेश का अच्छा अवसर नजर आता है। हालांकि, शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग से पहले तकनीकी स्तरों का ध्यान रखना जरूरी है।
– Adani Power का लॉन्ग टर्म टारगेट प्राइस क्या हो सकता है?
कुछ ब्रोकरेज हाउस और एक्सपर्ट्स का मानना है कि Adani Power का स्टॉक 2030–2032 तक ₹2000 तक भी जा सकता है, अगर कंपनी का कैपेक्स प्लान सफल रहा और डिमांड में तेजी आई।
– Adani Power किन सेक्टर्स से फायदा कमा सकती है?
Adani Power को थर्मल पावर सेक्टर, मर्चेंट पावर मार्केट और भविष्य में संभावित क्रिप्टो माइनिंग जैसी उभरती मांगों से बड़ा लाभ मिल सकता है। इसके अलावा, कंपनी के पास मजबूत PPA (Power Purchase Agreements) बैकअप भी है।
– Adani Power की फाइनेंशियल स्थिति कैसी है?
कंपनी का अनुमानित EPS FY27 तक ₹34.1 तक जा सकता है, और मौजूदा PE रेशियो 16.5 है। कंपनी ने अपने कर्ज को FY20 के ₹52,000 करोड़ से घटाकर ₹36,000 करोड़ कर दिया है, जो एक सकारात्मक संकेत है।
– Adani Power में रिस्क क्या हैं?
पावर सेक्टर की वोलैटिलिटी, कोयले की सप्लाई में रुकावट, रेगुलेटरी बदलाव, और विदेशी निवेशकों की बिकवाली कुछ ऐसे रिस्क हैं जो इस स्टॉक को प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए निवेश से पहले रिसर्च जरूरी है।
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