पिछले कुछ वर्षों से सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखी गई है और अब बैंक ऑफ अमेरिका (BofA) की एक नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यह उछाल अभी थमने वाला नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2026 तक सोने की कीमतों में करीब 20% की और तेजी आ सकती है, जिससे यह $4000 प्रति औंस तक पहुंच सकता है।
यह अनुमान ऐसे समय में सामने आया है जब दुनियाभर में कोई बड़ा युद्ध या भू-राजनीतिक तनाव निर्णायक रूप से सामने नहीं आया है। इस बार कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे अमेरिका की कमजोर आर्थिक स्थिति और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता को मुख्य कारण बताया जा रहा है।

सोना क्यों चमक रहा है?
BofA की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले एक साल में सोने की कीमतों में लगभग 40% तक का उछाल आया है। पिछले दो वर्षों में यह बढ़ोतरी 20% से भी अधिक रही है, और केवल 2025 में अब तक 11% की तेजी दर्ज की गई है। पिछले 10 वर्षों में सोने ने निवेशकों को लगभग 180% का रिटर्न दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों, खासतौर पर भारत और चीन जैसे देशों ने भारी मात्रा में सोना खरीदा है। साथ ही, आर्थिक संकट और बढ़ती महंगाई के कारण निवेशकों का रुझान भी सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में सोने की ओर तेजी से बढ़ा है।
क्या युद्ध हैं वजह?
हालांकि रशिया-यूक्रेन युद्ध, इजराइल-ईरान तनाव जैसे घटनाक्रमों ने वैश्विक बाजार में चिंता जरूर पैदा की है, लेकिन बैंक ऑफ अमेरिका का मानना है कि इन घटनाओं का असर स्थायी नहीं है। बल्कि, आर्थिक अनिश्चितता और डॉलर की कमजोर होती स्थिति इसके पीछे ज्यादा अहम कारण हैं।
अमेरिका की आर्थिक नीतियां सवालों के घेरे में
बोफा के अनुसार, अमेरिका की मौजूदा वित्तीय स्थिति कमजोर हो चुकी है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों, जैसे भारी सरकारी खर्च और टैक्स में कटौती, के कारण अगले 10 वर्षों में अमेरिका का वित्तीय घाटा 2.8 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है। इससे वैश्विक निवेशकों में डर है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था अस्थिर हो सकती है।
साल 2025 में डॉलर इंडेक्स में करीब 10% की गिरावट दर्ज की गई है, जो यह दर्शाता है कि वैश्विक निवेशक डॉलर की बजाय दूसरे सुरक्षित विकल्प जैसे सोने में निवेश कर रहे हैं। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, अब सोना यूरो को पीछे छोड़कर दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी रिजर्व एसेट बन चुका है।
2022 से 2026 तक सोने की रफ्तार
बोफा की रिपोर्ट में दिए गए डेटा के अनुसार:
- 2022: सोने की कीमत $2300 प्रति औंस
- 2023: कीमत $2800 (22% की वृद्धि)
- 2024: $3000 (7% अनुमानित बढ़त)
- 2025: वर्तमान में $3330 (11% की तेजी अब तक)
- 2026 अनुमान: $4000 प्रति औंस (20% की संभावित तेजी)
विश्लेषकों का मानना है कि यदि अमेरिका ने अपनी आर्थिक नीतियों में सुधार नहीं किया तो वैश्विक स्तर पर छोटे-बड़े आर्थिक संकट देखने को मिल सकते हैं। इस अस्थिरता के माहौल में सोना निवेशकों के लिए एक भरोसेमंद विकल्प के रूप में उभरेगा।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर सोना अब केवल एक चमकदार धातु नहीं, बल्कि वैश्विक आर्थिक संकट के समय निवेशकों की पहली पसंद बनता जा रहा है। बैंक ऑफ अमेरिका का अनुमान है कि 2026 तक यह $4000 प्रति औंस की ऊंचाई छू सकता है। अब देखना यह होगा कि अमेरिका अपनी नीतियों में बदलाव करता है या सोने की यह चमक और तेज होती है।
F.A.Q.
– क्या वाकई 2026 तक सोना $4000 प्रति औंस तक पहुंच सकता है?
हाँ, बैंक ऑफ अमेरिका (BofA) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार सोने की कीमतें 2026 तक लगभग $4000 प्रति औंस तक जा सकती हैं। यह अनुमान आर्थिक अनिश्चितता, डॉलर की कमजोरी और अमेरिका की वित्तीय नीतियों पर आधारित है।
– क्या इस बार सोने की कीमतों में तेजी की वजह युद्ध या भू-राजनीतिक तनाव है?
नहीं। बैंक ऑफ अमेरिका का कहना है कि इस बार सोने की कीमतों में तेजी का प्रमुख कारण अमेरिका की कमजोर आर्थिक स्थिति और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता है। युद्धों का केवल सीमित और अस्थायी असर पड़ा है।
– क्या डॉलर की कमजोरी का सोने की कीमतों से संबंध है?
हाँ। जैसे-जैसे अमेरिकी डॉलर कमजोर होता है, निवेशक सोने को एक सुरक्षित निवेश विकल्प मानते हुए उसमें निवेश करते हैं। यही कारण है कि डॉलर में 10% गिरावट के साथ सोने की मांग और कीमतें बढ़ रही हैं।
– क्या सोने में निवेश करना अभी फायदेमंद है?
यदि बैंक ऑफ अमेरिका की रिपोर्ट और मौजूदा वैश्विक हालातों को देखें, तो विशेषज्ञ मानते हैं कि सोने में अभी भी तेजी की संभावना है। लेकिन किसी भी निवेश से पहले अपनी वित्तीय स्थिति और जोखिम क्षमता के अनुसार वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर लें।
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