Tata Steel (टाटा स्टील) के शेयरों में हाल में जोरदार तेजी देखी गई है, जो वैश्विक और घरेलू दोनों ही संकेतों से प्रेरित है। चीन में स्टील की बढ़ती मांग, यूके में ग्रीन स्टील परियोजना से जुड़े सकारात्मक अपडेट, और मेटल सेक्टर में समग्र मजबूती ने टाटा स्टील के शेयर को नई ऊँचाइयों की ओर बढ़ाया है।
निवेशकों की दिलचस्पी और विश्लेषकों की सतर्क निगाहों के बीच, यह तेजी केवल आकस्मिक नहीं बल्कि ठोस आधारों पर आधारित दिखती है। चलिए विस्तार से जानते हैं इसके कारण, प्रभाव और आगे का परिदृश्य।

Tata Steel Share में तेजी के प्रमुख कारण
1. वैश्विक मांग में सुधार:
चीन में विनिर्माण गतिविधियों में सुधार के संकेत मिलने से डेलियन और सिंगापुर स्टील वायदा बाजार में तेजी आई है, जिसका असर टाटा स्टील जैसे वैश्विक स्टील कंपनियों पर भी देखने को मिला।
2. मेटल सेक्टर की मजबूती:
Nifty Metal Index में 1.1–1.4% की तेजी देखी गई, जिससे निवेशकों का रुझान टाटा स्टील सहित मेटल शेयरों की ओर बढ़ा है।
3. ग्रीन स्टील प्रोजेक्ट अपडेट (UK):
टाटा स्टील की £1.25 बिलियन की Port Talbot ग्रीन स्टील परियोजना में प्रगति की खबर से निवेशकों में उत्साह बढ़ा है। इस अपडेट के बाद पिछले कुछ दिनों में शेयर लगभग 16% तक उछले हैं
विश्लेषकों की राय और संस्थागत नजरिया
SEBI-पंजीकृत विश्लेषकों ने टाटा स्टील को टॉप मेटल स्टॉक की रैंक दी है। कंपनी की इंटीग्रेटेड सप्लाई चेन, विविधीकृत उत्पाद पोर्टफोलियो और दीर्घकालिक रणनीति को इसका प्रमुख कारण बताया गया है।
GoodReturns की रिपोर्ट के अनुसार, UK ग्रीन स्टील प्रोजेक्ट के अपडेट के बाद Kotal Institutional ने ₹135 का फेयर वैल्यू देते हुए ‘Sell’ की राय दी है, वहीं Anique Stock Brokerage ने ‘Buy’ रेटिंग के साथ ₹165 का टार्गेट निर्धारित किया है।
शेयरहोल्डिंग और फंडामेंटल संकेतक
टाटा ग्रुप की प्रमोटर होल्डिंग लगभग 33.2% है। विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) और घरेलू संस्थागत निवेशक (DII) की हिस्सेदारी क्रमशः 18–18.5% और 24–24.5% के बीच है।
FY25 के प्रमुख आंकड़े:
- EPS: ₹2.74
- डिविडेंड यील्ड: ~2.2%
- P/E: ~60
- P/B: ~2.3
- Debt/Equity: ~1.04
- Employee Cost: ~11.4%
- Interest Expense: ~3.36%
आगे का संभावित परिदृश्य
तकनीकी रेंज:
शेयर ₹122.60 से लेकर ₹178.15 की बैंड में ट्रेड कर सकता है, जहाँ अगला प्रतिरोध 52-सप्ताह के उच्च ₹178.15 पर होगा।
मौसमी ट्रेंड:
पिछले 17 वर्षों में जुलाई माह में 10 बार सकारात्मक रिटर्न मिला है, औसतन +2.83% की बढ़ोतरी।
वैश्विक असर:
चीन में मांग की वापसी और पश्चिमी देशों में निर्माण क्षेत्र की मजबूती से टाटा स्टील और अन्य मेटल कंपनियों के लिए निकट भविष्य में सकारात्मक संकेत मिल सकते हैं।
निष्कर्ष
टाटा स्टील के शेयरों में हालिया तेजी मजबूत वैश्विक मांग, सेक्टोरल मजबूती और UK ग्रीन प्रोजेक्ट से मिले भरोसे के चलते आई है। ₹160–₹167 के दायरे में ट्रेड कर रहे इस स्टॉक के लिए ₹178.15 अगला प्रमुख स्तर है।
हालाँकि, विश्लेषकों की मिली-जुली राय को ध्यान में रखते हुए निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और तकनीकी चार्ट, डेब्ट/इक्विटी अनुपात और अंतरराष्ट्रीय संकेतों की निगरानी बनाए रखनी चाहिए।
F.A.Q.
– टाटा स्टील के शेयरों में हाल में तेजी क्यों आई है?
टाटा स्टील के शेयरों में तेजी का मुख्य कारण चीन में स्टील की मांग में उछाल, यूके की ग्रीन स्टील परियोजना में प्रगति और मेटल सेक्टर में समग्र मजबूती है। इसके अलावा निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी और सकारात्मक वैश्विक संकेतों ने भी इसमें योगदान दिया है।
– क्या यह तेजी लंबे समय तक बनी रह सकती है?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर वैश्विक मांग में सुधार जारी रहता है और कंपनी की ग्रीन परियोजनाओं में निरंतर प्रगति होती है, तो यह तेजी मध्यम अवधि तक बनी रह सकती है। हालांकि, बाजार में उतार-चढ़ाव और वैश्विक कारक भी इसके प्रदर्शन को प्रभावित कर सकते हैं।
– क्या अभी टाटा स्टील में निवेश करना सुरक्षित है?
कई विश्लेषक टाटा स्टील को मजबूत फंडामेंटल्स के साथ लंबी अवधि के लिए अच्छा स्टॉक मानते हैं। हालांकि, कुछ ब्रोकरेज फर्म्स ने ‘Sell’ रेटिंग भी दी है, इसलिए निवेश से पहले अपने रिस्क प्रोफाइल और बाजार रुझानों का आकलन करना जरूरी है।
– टाटा स्टील का अगला रेजिस्टेंस लेवल क्या है?
तकनीकी विश्लेषण के अनुसार, टाटा स्टील के लिए अगला महत्वपूर्ण रेजिस्टेंस ₹178.15 के 52-सप्ताह उच्च स्तर पर है। यदि यह स्तर पार होता है, तो आगे और तेजी संभव हो सकती है।
– टाटा स्टील के फंडामेंटल संकेतक कैसे हैं?
FY25 के अनुसार टाटा स्टील का EPS ₹2.74 है, P/E रेश्यो लगभग 60, डिविडेंड यील्ड ~2.2%, और Debt/Equity अनुपात ~1.04 है। ये संकेतक दर्शाते हैं कि कंपनी की बैलेंस शीट संतुलित है लेकिन वैल्यूएशन ऊँचे स्तर पर है।
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