भारतीय शेयर बाजार में इस हफ्ते सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरीं Highway Infrastructure Ltd के IPO ने। लिस्टिंग के पहले दिन ही इस शेयर ने 67% से ज्यादा का प्रीमियम दिया, जिससे जिन निवेशकों को अलॉटमेंट मिला, उन्हें अच्छा-खासा मुनाफा हुआ।
कंपनी का बिजनेस मॉडल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और मैनेजमेंट पर आधारित है, और आने वाले समय में सरकार के इस सेक्टर में बढ़ते निवेश से इसे फायदा मिलने की संभावना है। आइए, जानते हैं इस IPO की पूरी कहानी, लिस्टिंग के नतीजे और आगे की संभावनाएं।

Highway Infrastructure Share की लिस्टिंग का हाल और निवेशकों का मुनाफा
Highway Infrastructure Ltd का IPO 5 अगस्त से 7 अगस्त 2025 तक खुला था, जिसमें इश्यू प्राइस ₹70 प्रति शेयर तय किया गया। यह IPO निवेशकों के बीच बेहद लोकप्रिय रहा और 300 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब हुआ।
12 अगस्त को लिस्टिंग के दिन, BSE पर यह शेयर ₹117 के भाव पर और NSE पर ₹115 के भाव पर लिस्ट हुआ। यह क्रमशः 67.14% और 64.29% का प्रीमियम था। जिन निवेशकों ने अलॉटमेंट के लिए आवेदन किया था और उन्हें शेयर मिले, उन्होंने लिस्टिंग के दिन ही अच्छा मुनाफा कमा लिया।
Highway Infrastructure का बिजनेस मॉडल और कामकाज
Highway Infrastructure Ltd की शुरुआत 1995 में हुई थी। यह भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और मैनेजमेंट के क्षेत्र में काम करती है। कंपनी के तीन प्रमुख बिजनेस सेगमेंट हैं:
- Toll Collection
- Engineering, Procurement and Construction (EPC) प्रोजेक्ट्स
- Real Estate Development
कंपनी के पास फिलहाल ₹666.3 करोड़ का ऑर्डर बुक है, जिसमें से 90% से ज्यादा हिस्सा टोल और EPC से आता है। अब तक कंपनी 27 टोलवे प्रोजेक्ट्स पूरा कर चुकी है और 4 प्रोजेक्ट्स पर काम जारी है।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर ANPR-सक्षम टोलिंग सिस्टम (Automatic Number Plate Recognition) लगाना इसके तकनीकी नवाचारों में से एक है, जो टोल कलेक्शन को और कुशल बनाता है।
वित्तीय स्थिति और भविष्य की संभावनाएं
वित्तीय वर्ष 2025 में Highway Infrastructure Ltd ने ₹22.4 करोड़ का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया, जो पिछले साल के मुकाबले 4.6% ज्यादा है। कंपनी के रेवेन्यू और प्रॉफिट, दोनों में स्थिरता है, जो निवेशकों के लिए भरोसे का संकेत है।
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार के इंफ्रास्ट्रक्चर पर बढ़ते फोकस और कंपनी के लंबे अनुभव से इसके बिजनेस को मजबूती मिलेगी। हालांकि, लिस्टिंग से पहले ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) ₹36 से घटकर ₹24 तक आ गया था, जो शुरुआती दिनों में वोलैटिलिटी (भाव में उतार-चढ़ाव) का संकेत देता है।
कुछ विश्लेषकों की राय है कि लिस्टिंग के बाद तुरंत खरीदारी करने के बजाय थोड़ा इंतजार करना बेहतर होगा, जबकि लंबी अवधि के निवेशक इसे पोर्टफोलियो में शामिल करने पर विचार कर सकते हैं।
Highway Infrastructure सेक्टर से जुड़ी अन्य खबरें
इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में एक और नाम है National Highways Infra Trust (NHIT), जो एक Infrastructure Investment Trust (InvIT) है। यह टोल रोड प्रोजेक्ट्स में निवेश करता है और टोल कलेक्शन से होने वाली आय को नियमित रूप से यूनिट होल्डर्स में बांटता है।
NHIT का मौजूदा शेयर भाव ₹132 के आसपास है और पिछले एक साल में इसने करीब 1.54% रिटर्न दिया है। InvITs उन निवेशकों के लिए अच्छे विकल्प हो सकते हैं, जो लंबी अवधि में स्थिर आय चाहते हैं।
निष्कर्ष:
Highway Infrastructure Ltd का IPO लिस्टिंग के दिन ही निवेशकों के लिए फायदेमंद रहा। कंपनी के पास मजबूत ऑर्डर बुक, अनुभवी मैनेजमेंट और सरकारी प्रोजेक्ट्स से जुड़े अवसर हैं, जो इसके भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत हैं। हालांकि, अल्पकालिक उतार-चढ़ाव को देखते हुए निवेशकों को जल्दबाजी के बजाय सोच-समझकर कदम उठाना चाहिए।
F.A.Q.
– Highway Infrastructure Ltd का IPO कब खुला था?
Highway Infrastructure Ltd का IPO 5 अगस्त 2025 को खुला और 7 अगस्त 2025 को बंद हुआ।
– इस IPO का इश्यू प्राइस कितना था?
कंपनी ने अपने IPO का इश्यू प्राइस ₹70 प्रति शेयर तय किया था।
– Highway Infrastructure Ltd के शेयर की लिस्टिंग किस भाव पर हुई?
12 अगस्त 2025 को BSE पर ₹117 और NSE पर ₹115 के भाव पर लिस्टिंग हुई, जो इश्यू प्राइस से 67% और 64% प्रीमियम था।
– कंपनी का मुख्य बिजनेस क्या है?
Highway Infrastructure Ltd टोल कलेक्शन, EPC प्रोजेक्ट्स और रियल एस्टेट डेवलपमेंट के क्षेत्र में काम करती है।
– क्या Highway Infrastructure Ltd लंबी अवधि के लिए अच्छा विकल्प है?
बाजार विशेषज्ञ मानते हैं कि सरकारी प्रोजेक्ट्स और कंपनी की मजबूत ऑर्डर बुक इसे लंबी अवधि के लिए संभावित रूप से अच्छा विकल्प बनाते हैं, लेकिन निवेश से पहले रिसर्च करना जरूरी है।
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