20 अगस्त 2025 को Ola Electric Mobility का शेयर बाज़ार में चर्चा का विषय बना। दो दिनों में करीब 24.6% की तेजी दर्ज की गई। बुधवार को शेयर 14.5% चढ़कर ₹51.33 (BSE) तक पहुंचा। इसके ठीक पहले 19 अगस्त को यह 8.5% की बढ़त के साथ ₹44.70 पर बंद हुआ था।
यह उछाल ऐसे समय पर आया जब EV सेक्टर पर GST सुधारों की चर्चा ने निवेशकों को थोड़ी चिंता में डाल दिया था। आशंका यही थी कि टैक्स स्ट्रक्चर बदलने से पारंपरिक वाहनों को फायदा मिलेगा और इलेक्ट्रिक वाहनों पर दबाव बन सकता है। लेकिन शेयर का मूड बिल्कुल अलग दिखा।

Ola Electric Mobility Share की रैली का सिलसिला
पिछले तीन ट्रेडिंग सत्रों में Ola Electric का शेयर लगभग 23% ऊपर आया। इसमें एक दिन की 15% की उछाल भी शामिल रही। वजह? हाल ही में हुए Sankalp इवेंट में कंपनी के फाउंडर भाविश अग्रवाल ने जो रोडमैप रखा, उसने निवेशकों को भरोसा दिया।
20 अगस्त को शेयर ने 0.3% इक्विटी ब्लॉक डील के दौरान ₹49 का स्तर छुआ। खास बात यह रही कि पिछले पांच सत्रों में चार बार शेयर ऊपर बंद हुआ। यानी बाजार का सेंटीमेंट फिलहाल Ola Electric के पक्ष में घूमता नजर आया।
तकनीकी और मौजूदा आंकड़े
कंपनी का P/B अनुपात 4.3 तक पहुंचा है। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि ROE और ROCE दोनों नकारात्मक हैं। यह साफ संकेत है कि कंपनी अब भी वित्तीय दबाव में है।
आज का ट्रेडिंग रेंज ₹44.83 से शुरू होकर ₹51.29 पर बंद हुआ। 52 हफ्तों का उच्च स्तर ₹157.40 रहा है, जबकि निचला स्तर ₹39.60 पर दर्ज है।
पिछले छह महीनों में शेयर में 14.6% की गिरावट और पिछले एक साल में 64.6% तक की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। 52 हफ्तों का पूरा रेंज ₹39.58 से ₹157.53 के बीच रहा।
निवेशकों के लिए असली सवाल
अब असली बात यह है कि दो दिन की इस तेज़ रैली के बाद निवेशकों को आगे क्या सोचना चाहिए। बाजार में धारणा बन रही है कि Ola Electric पिछली बड़ी गिरावट से बाहर आने की कोशिश कर रही है। खासकर तब जब कंपनी ने इवेंट में साफ कहा कि वह आने वाले वर्षों में 25–30% मार्केट शेयर हासिल करने का लक्ष्य रखती है।
नई प्रोडक्ट घोषणाएं भी इसी भरोसे को बढ़ाती हैं। निवेशकों को यह संकेत मिला कि कंपनी सिर्फ अस्तित्व बचाने के लिए नहीं, बल्कि आक्रामक तरीके से बाजार में पकड़ बनाने की सोच रही है।
लेकिन वित्तीय तस्वीर उतनी मजबूत नहीं है। हाई P/B रेशियो, नकारात्मक ROE/ROCE और Q1 में ₹428 करोड़ का घाटा यह बताते हैं कि कंपनी को अभी लंबा सफर तय करना है। शेयर की मौजूदा चाल ज्यादा तर तकनीकी और शॉर्ट-टर्म मोमेंटम पर आधारित लगती है।
सरकार की नीतियों का असर
EV सेक्टर का भविष्य सिर्फ कंपनियों की योजनाओं पर नहीं टिका है। सरकार के GST सुधार भी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। अगर टैक्स स्ट्रक्चर पारंपरिक वाहनों के लिए और अनुकूल हुआ, तो इलेक्ट्रिक कंपनियों को झटका लग सकता है। वहीं अगर EV को बढ़ावा देने वाली नीतियां लागू होती हैं, तो Ola Electric जैसी कंपनियां तेजी से वापसी कर सकती हैं।
निष्कर्ष
Ola Electric का शेयर फिलहाल एक तेज रिबाउंड में है। दो दिनों में लगभग 25% की उछाल ने बाजार का ध्यान खींचा है। निवेशकों की उम्मीदें फिर से जग रही हैं, लेकिन हकीकत यह है कि कंपनी की बैलेंस शीट अभी भी दबाव में है।
अगर आप निवेशक हैं, तो इस स्टॉक को सिर्फ शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग या मोमेंटम के नजरिये से देख सकते हैं। लॉन्ग-टर्म के लिए अभी कंपनी को अपनी वित्तीय स्थिति और लाभप्रदता साबित करनी होगी।
F.A.Q.
– Ola Electric का शेयर हाल ही में इतना क्यों बढ़ा?
हाल ही में हुए Sankalp इवेंट में कंपनी ने 25–30% मार्केट शेयर का लक्ष्य रखा और नई प्रोडक्ट योजनाएं बताईं। इसके बाद निवेशकों का भरोसा बढ़ा और शेयर ने तेजी पकड़ी।
– Ola Electric का मौजूदा शेयर प्राइस कितना है?
20 अगस्त 2025 को शेयर ₹51.33 (BSE) तक पहुंचा। यह पिछले दो दिनों में लगभग 25% ऊपर गया।
– कंपनी की वित्तीय स्थिति कैसी है?
कंपनी अब भी घाटे में चल रही है। Q1 में करीब ₹428 करोड़ का घाटा दर्ज हुआ और ROE तथा ROCE नकारात्मक हैं। यानी वित्तीय मजबूती अभी चुनौती बनी हुई है।
– क्या अभी Ola Electric में लंबी अवधि का निवेश करना सही है?
लॉन्ग-टर्म निवेशक सावधानी बरतें। कंपनी के आंकड़े अभी मजबूत नहीं हैं, हालांकि शॉर्ट-टर्म मोमेंटम के लिए यह स्टॉक एक्टिव है।
– Ola Electric के शेयर पर सरकार की नीतियों का क्या असर होगा?
अगर GST सुधार पारंपरिक वाहनों के पक्ष में जाते हैं तो EV कंपनियों पर दबाव आ सकता है। लेकिन अगर सरकार EV सेक्टर को प्रोत्साहन देती है तो Ola Electric को फायदा होगा।
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