D-Mart ने वित्त वर्ष 2025–26 की पहली तिमाही (अप्रैल–जून 2025) के नतीजे जारी कर दिए हैं। इस बार कंपनी का राजस्व अच्छा बढ़ा है, लेकिन मुनाफा ज्यादा नहीं बढ़ पाया। साथ ही मार्जिन पर भी थोड़ा दबाव दिखा। आइए आसान भाषा में समझते हैं कि DMart का यह तिमाही प्रदर्शन कैसा रहा।

D-Mart के राजस्व में अच्छी बढ़त
इस तिमाही DMart का ऑपरेशनल रेवेन्यू ₹16,359.7 करोड़ रहा। पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी ने करीब ₹14,069 करोड़ का राजस्व कमाया था। यानी करीब 16.3% की सालाना बढ़त दर्ज हुई।
ग्राहकों की संख्या और स्टोर नेटवर्क बढ़ने से बिक्री में यह अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिली। यह संकेत है कि लोग अब भी बड़ी संख्या में DMart से खरीदारी करना पसंद कर रहे हैं।
मुनाफा लगभग स्थिर
जहां राजस्व में अच्छी वृद्धि हुई, वहीं मुनाफे में ज्यादा बदलाव नहीं दिखा। कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट ₹772.8 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹773.7 करोड़ था। यानी मुनाफा हल्का सा घटकर लगभग स्थिर रहा।
हालांकि, अगर सिर्फ स्टैंडअलोन (यानी केवल कंपनी के खुद के कारोबार) नतीजे देखें, तो मुनाफा करीब 2% बढ़कर ₹830 करोड़ हो गया। यह बताता है कि मुख्य कारोबार अब भी थोड़ी–बहुत बढ़त बनाए हुए है।
D-Mart के मार्जिन पर दबाव
मुनाफा बढ़ा नहीं, इसकी एक वजह यह भी है कि EBITDA मार्जिन घटकर करीब 7.9% रह गया। पिछले साल यही मार्जिन करीब 8.7% से 8.9% के बीच था।
मार्जिन पर दबाव के पीछे कई वजहें रहीं:
- FMCG प्रोडक्ट्स में प्रतिस्पर्धा बढ़ने से कीमतों पर असर पड़ा
- कर्मचारियों और संचालन से जुड़ी लागतें बढ़ीं
- नए स्टोर खोलने और सेवाओं को बेहतर बनाने पर खर्च बढ़ा
यानी लागतें बढ़ने के बावजूद कंपनी ने ग्राहकों के लिए कीमतें काबू में रखीं, जिससे मुनाफे पर असर पड़ा।
D-Mart के स्टोरों की संख्या में इजाफा
इस तिमाही के दौरान DMart ने 9 नए स्टोर खोले, जिससे जून 2025 के आखिर तक इसके कुल स्टोरों की संख्या 424 हो गई। मार्च 2025 के आखिर तक यह संख्या 415 थी।
नए शहरों में विस्तार और ज्यादा ग्राहकों तक पहुंचने की रणनीति जारी है।
कंपनी की प्रति शेयर आय (EPS) भी हल्की बढ़त के साथ ₹12.75 रही, जो पिछले साल इसी तिमाही में ₹12.49 थी। यानी शेयरधारकों के लिए मामूली सुधार की खबर रही।
D-Mart के शेयर पर बाज़ार प्रतिक्रिया
नतीजों के दिन DMart का शेयर करीब 2.5% गिरकर ₹4,063.9 पर बंद हुआ। क्योंकि मुनाफे और मार्जिन के आंकड़े उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे, इसलिए निवेशकों ने थोड़ा सतर्क रुख अपनाया।
हालांकि, कंपनी के मजबूत राजस्व और स्टोर नेटवर्क के विस्तार को देखते हुए दीर्घकाल में इसका दृष्टिकोण स्थिर नजर आता है।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, DMart ने Q1 FY26 में बिक्री और राजस्व के मोर्चे पर अच्छा प्रदर्शन किया। ग्राहकों की संख्या बढ़ने और स्टोर नेटवर्क के विस्तार ने इसे मदद दी।
हालांकि, लागतें बढ़ने और FMCG क्षेत्र में दबाव के कारण मुनाफा और मार्जिन में ज्यादा सुधार नहीं हो पाया। निवेशकों ने भी इस पर थोड़ी मिली-जुली प्रतिक्रिया दी और शेयर में थोड़ी गिरावट आई।
आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि कंपनी लागतों को कैसे संभालती है और मुनाफा बढ़ाने पर ध्यान देती है।
F.A.Q.
– DMart के राजस्व में इस तिमाही कितनी बढ़ोतरी हुई?
DMart का ऑपरेशनल रेवेन्यू Q1 FY26 में ₹16,359.7 करोड़ रहा, जो पिछले साल की तुलना में करीब 16.3% ज्यादा है।
– मुनाफा क्यों ज्यादा नहीं बढ़ पाया?
कंपनी की लागतें (जैसे स्टाफ और संचालन) बढ़ीं और मार्जिन पर दबाव आया। इसके कारण मुनाफा लगभग स्थिर रहा।
– EBITDA मार्जिन में गिरावट क्यों हुई?
बढ़ती प्रतिस्पर्धा, लागतों में इजाफा और नए स्टोर खोलने पर खर्च बढ़ने के चलते EBITDA मार्जिन घटकर 7.9% रह गया।
– इस तिमाही में DMart ने कितने नए स्टोर खोले?
Q1 FY26 में DMart ने 9 नए स्टोर शुरू किए। अब इसके कुल 424 स्टोर हो गए हैं।
– नतीजों के बाद शेयर की कीमत में क्या हुआ?
Q1 नतीजों के दिन DMart का शेयर करीब 2.5% गिरकर ₹4,063.9 पर बंद हुआ, क्योंकि मुनाफा उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा।
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