पिछले कुछ महीनों में भारतीय शेयर बाजार के स्मॉल कैप सेगमेंट में देखे गए जबरदस्त उछाल (लगभग ₹13 लाख करोड़) पर अब विशेषज्ञों ने गंभीर चिंता जताई है। हालिया तिमाही (क्वार्टर फोर) के नतीजे इस रैली की नींव को कमजोर बता रहे हैं।

उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी स्मॉल कैप कंपनियां:
JM फाइनेंशियल की एक रिपोर्ट के अनुसार, स्मॉल कैप कंपनियों में सबसे ज्यादा अर्निंग मिस (उम्मीद से कम प्रदर्शन) देखा गया है।
ट्रैक की गई 143 स्मॉल कैप कंपनियों में से 45 (31%) ने अनुमानों से नीचे प्रदर्शन किया, जबकि केवल 32 ने उम्मीदें पूरी कीं।
इसके मुकाबले, मिड कैप में यह आंकड़ा 28% और लार्ज कैप में केवल 17% रहा, जो बड़ी कंपनियों के प्रदर्शन में स्थिरता दर्शाता है।
सिर्फ नंबर ही नहीं, मुनाफे में भारी गिरावट:
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज का कहना है कि स्मॉल कैप सेगमेंट पिछड़ रहा है। पूरे सेगमेंट के कुल मुनाफे में सालाना आधार पर 16% की गिरावट दर्ज की गई है।
हालांकि बिक्री में 5% की वृद्धि हुई, लेकिन ऑपरेटिंग मार्जिन (EBIT) 6% घटा और कर से पहले का लाभ (PBT) 22% तक गिर गया।
किन सेक्टरों को लगा सबसे बड़ा झटका?
- NBFC (वित्तीय कंपनियाँ): मुनाफे में 68% की भारी गिरावट, खासकर माइक्रोफाइनेंस कंपनियों की वजह से। पूरे स्मॉल कैप इंडेक्स में मुनाफे की कुल गिरावट का 92% से ज्यादा हिस्सा इसी सेगमेंट का था।
- प्राइवेट बैंक और बीमा: स्मॉल कैप प्राइवेट बैंकों का मुनाफा 21% गिरा। स्टार हेल्थ जैसी बीमा कंपनियों को तो ऑपरेटिंग घाटा हुआ, उनका मुनाफा सालाना आधार पर 100% गिर गया।
- रिटेल: स्मॉल कैप रिटेल कंपनियों का मुनाफा 34% घटा, कम मांग और रेस्तरां श्रृंखलाओं के घाटे के कारण। (ध्यातव्य: मिड और लार्ज कैप रिटेल ने अच्छा प्रदर्शन किया।)
अन्य निराशाजनक सेक्टर:
- ऑटो: -23% PAT
- तेल और गैस: -51% PAT
- IT (टेक): -1% PAT
- कंज्यूमर गुड्स: केवल 7% मुनाफे में वृद्धि
- सीमेंट: सपाट (केवल 3% वृद्धि)
उम्मीद की किरण: कुछ सेक्टरों ने दमदार प्रदर्शन किया:
- कैपिटल गुड्स: 49% की जबरदस्त मुनाफा वृद्धि, मिड और लार्ज कैप दोनों को पीछे छोड़ दिया।
- केमिकल्स: 36% की मुनाफा वृद्धि के साथ अच्छी रिकवरी।
- कंज्यूमर ड्यूरेबल्स: 64% मुनाफा वृद्धि।
- EMS (इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज): 52% वृद्धि।
- स्टाफिंग: 61% वृद्धि।
- रियल एस्टेट: 37% वृद्धि।
एक्सपर्ट की स्पष्ट चेतावनी: “वैल्यूएशन बहुत ऊंचा, सावधानी बरतें”
त्रिदीप भट्टाचार्य (CIO, एडलवाइस म्यूचुअल फंड):
“मिड और स्मॉल कैप स्टॉक्स जहां ग्रोथ कम हो रही है, लेकिन वैल्यूएशन अभी भी हाई है। वो पेनल्टी बॉक्स में है। स्मॉल और मिड कैप फिलहाल अपने 10 साल के औसत वैल्यूएशन से 17 से 25% ऊपर ट्रेड कर रहे हैं जो बिना अच्छे परफॉर्मेंस के सही नहीं है।”
कृष्णा अपाला (फंड मैनेजर, कैपिटल माइंड PMS):
इस चिंता से सहमत हैं, और कहते हैं कि लार्ज कैप में फिलहाल कमाई की बेहतर विजिबिलिटी और वैल्यूएशन का आराम देखने को मिल रहा है, जिससे यह सेगमेंट वर्तमान में बेहतर विकल्प लगता है।
निष्कर्ष:
स्मॉल कैप शेयरों में हालिया तेजी निवेशकों को आकर्षित कर रही है, लेकिन क्वार्टर फोर के नतीजे स्पष्ट संकेत दे रहे हैं कि यह रैली मजबूत बुनियाद (कमाई के आधार) पर नहीं खड़ी है। विशेषज्ञ निवेशकों को सलाह देते हैं कि वे स्मॉल कैप में निवेश करते समय अत्यधिक सावधानी बरतें। उन कंपनियों को प्राथमिकता दें जहां वास्तविक विकास (ग्रोथ) दिख रहा हो और वैल्यूएशन तर्कसंगत हो। लार्ज कैप सेगमेंट वर्तमान में जोखिम-इनाम के संतुलन में बेहतर दिखाई दे रहा है। रिटेल निवेशकों को सोच-समझकर और चुनिंदा तरीके से ही अपना पैसा लगाना चाहिए।
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