वर्ष 2025 में निवेशकों के लिए कीमती धातुओं में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। सोना जहां ₹1,00,000 के स्तर को पार कर गया है, वहीं चांदी भी ₹1,06,000 के ऊपर ट्रेड कर रही है। बीते छह महीनों में इन दोनों धातुओं की कीमतों में ऐतिहासिक उछाल दर्ज की गई है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों के चलते यह तेजी बनी हुई है और निवेश के लिहाज से चांदी में अभी भी दम दिख रहा है।

6 महीने में सोने में ₹22000 की तेजी
मार्केट एक्सपर्ट अजय केडिया ने बताया कि जनवरी 2025 में सोना ₹78,000 के स्तर पर था, जबकि अब यह ₹1 लाख के पार पहुंच चुका है। यानी महज छह महीनों में सोने ने करीब ₹22,000 की छलांग लगाई है, जो अब तक की सबसे तेज रैली मानी जा रही है।
उन्होंने इसके पीछे कई वजहें गिनाईं—जैसे जियोपॉलिटिकल टेंशन, सेंट्रल बैंकों की भारी खरीदारी, डॉलर की कमजोरी, ईटीएफ में लगातार बाइंग और वैश्विक मंदी की आशंका। इन सभी कारणों ने मिलकर सोने को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है।
चांदी में निवेश का बेहतर मौका
हालांकि, अजय केडिया ने चांदी को सोने से ज्यादा आकर्षक निवेश विकल्प बताया है। उनका कहना है कि इस वक्त गोल्ड-सिल्वर रेशियो करीब 93.50 के आस-पास है, जबकि ऐतिहासिक रूप से यह रेशियो 90 के ऊपर बहुत कम गई है। जब यह रेशियो गिरती है तो चांदी, सोने की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करती है।
केडिया का मानना है कि यह रेशियो लंबी अवधि में 70-72 तक आ सकती है, जिसका अर्थ है कि चांदी आने वाले समय में सोने से बेहतर रिटर्न दे सकती है। उन्होंने कहा कि फिलहाल थोड़ी रुकावट के बाद चांदी ₹90,000-₹95,000 की रेंज में खरीदी जा सकती है और साल के अंत तक इसका टारगेट ₹1,30,000 तक हो सकता है।
निवेशकों के लिए सलाह: चांदी में दिख रहा है दम
जहां सोना पहले ही 40-45% तक की तेजी दिखा चुका है, वहीं चांदी अभी और उछाल के संकेत दे रही है। ऐसे में निवेशकों के लिए यह सही समय है कि वे चांदी पर ध्यान दें। अजय केडिया ने साफ कहा कि “अगर आप कमाई का मौका तलाश रहे हैं, तो सोने से ज्यादा चांदी में संभावनाएं हैं।”
निष्कर्ष:
तेजी के इस दौर में निवेशकों को समझदारी से निर्णय लेना होगा। विशेषज्ञों की राय मानें तो सोने की रैली के बाद अब चांदी में निवेश का सुनहरा मौका है। आने वाले महीनों में चांदी बेहतर प्रदर्शन कर सकती है, जिससे निवेशकों को बड़ा लाभ मिल सकता है।
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