JSW और Birla ने छीना Asian Paints का ताज? देखिए किसका रंग चढ़ा, किसका उतरा!

साल 2025 भारतीय पेंट इंडस्ट्री के लिए उम्मीदों से कम और चिंताओं से ज़्यादा भरा रहा। एक तरफ मांग में गिरावट, दूसरी तरफ नए चैलेंजर्स की आक्रामक एंट्री ने पुराने दिग्गजों की नींद उड़ा दी। खासकर Asian Paints और Berger Paints जैसी बड़ी कंपनियों के सामने अब Birla Opus और JSW Paints जैसी कंपनियां मजबूत चुनौती बनकर उभरी हैं।

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कमजोर पेंट सेक्टर में डिमांड

वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में शहरी भारत में पेंट की मांग बीते दो दशकों में सबसे कमजोर रही। महंगाई के कारण उपभोक्ताओं ने दीवारों की रंगाई जैसे खर्चों को टाल दिया। वहीं ग्रामीण भारत से थोड़ी राहत ज़रूर मिली, लेकिन वो शहरी गिरावट की भरपाई नहीं कर सका।

एशियन पेंट्स के मुताबिक इस तिमाही में उन्हें डेकोरेटिव सेगमेंट में केवल 1.8% वॉल्यूम ग्रोथ मिली, लेकिन रेवेन्यू में 4% की गिरावट दर्ज हुई। इसकी वजह थी 5% से अधिक की कीमतों में कटौती। वहीं Berger Paints ने कीमतें स्थिर रखीं और लगभग 7% वॉल्यूम व 4.4% वैल्यू ग्रोथ हासिल की।

प्रीमियम पेंट्स का हाल बेहाल

बीते वर्षों में कंपनियों ने प्रीमियम सेगमेंट में लॉन्ग-लास्टिंग और वेदर प्रूफ प्रोडक्ट्स पर फोकस किया, लेकिन ग्राहक अब सस्ता पेंट चुन रहे हैं। Asian Paints को इस रणनीति का खामियाजा उठाना पड़ा। बढ़ती प्रतिस्पर्धा के चलते उन्होंने कीमतें घटाईं, जिससे रेवेन्यू और मार्जिन दोनों में गिरावट आई।

इस तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹692 करोड़ रहा, जो कि सालाना आधार पर 45% की गिरावट है। इसके पीछे इंडोनेशियाई यूनिट की बिक्री से हुआ एक बार का नुकसान भी था।

बिरला Opus और JSW Paints की आक्रामक एंट्री

Grasim Industries ने ‘Birla Opus’ ब्रांड के तहत पेंट सेक्टर में कदम रखकर हलचल मचा दी है। कंपनी के पांच प्लांट चालू हो चुके हैं और मात्र एक साल में यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी डेकोरेटिव पेंट कंपनी बन गई है।

वहीं JSW Paints ने ड्यूक्स पेंट्स (AONB India) को लगभग ₹9400 करोड़ में खरीदने का बड़ा सौदा किया है। यह अधिग्रहण कंपनी को इंडस्ट्रियल पेंट सेगमेंट में नई ऊंचाई पर ले जाएगा। 2019 में शुरू हुई JSW Paints अब 3000 करोड़ रुपये से अधिक के रेवेन्यू वाली कंपनी बनने की ओर अग्रसर है।

Reliance की ब्लॉक डील और इंडस्ट्री में सेंटीमेंट शिफ्ट

सबसे बड़ा झटका तब लगा जब Reliance Industries ने Asian Paints के 3.5 करोड़ शेयर लगभग ₹7703 करोड़ में बेच दिए। विशेषज्ञों के अनुसार यह संकेत है कि Reliance अब पेंट जैसे मैच्योर सेगमेंट से बाहर निकलने की योजना में है।

पेंट सेक्टर में अब आराम नहीं बल्कि आक्रामक रणनीतियों की ज़रूरत है। Birla Opus ने एक साल में हाई सिंगल डिजिट मार्केट शेयर हासिल कर लिया है और तीन साल में 10,000 करोड़ रुपये के टर्नओवर का लक्ष्य रखा है। Ambuja Cement भी पेंट बिजनेस में उतरने की तैयारी में है।

विशेषज्ञों का मानना है कि FY26 में रियल एस्टेट ग्रोथ, अच्छा मॉनसून और सरकारी खर्च जैसे फैक्टर मांग को बढ़ा सकते हैं। लेकिन अब यह इंडस्ट्री हर लीटर के लिए जंग का मैदान बन चुकी है। अगर Asian Paints जैसे दिग्गज पीछे छूटते हैं, तो यह बदलाव की स्पष्ट तस्वीर है।

भारतीय पेंट सेक्टर अब तेजी से बदल रहा है। नए प्लेयर्स के एग्रेसिव अप्रोच ने पुरानी कंपनियों के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। 80 से 90 हजार करोड़ रुपये की इस इंडस्ट्री में अब सिर्फ रंग नहीं, रणनीति और नवाचार की अहमियत है।

F.A.Q.

– साल 2025 की चौथी तिमाही में पेंट इंडस्ट्री में मांग क्यों कम रही?

शहरी क्षेत्रों में उपभोक्ताओं ने महंगाई के चलते घरों की रंगाई जैसे गैर-जरूरी खर्च टाल दिए। Asian Paints ने इसे बीते दो दशकों की सबसे कमजोर मांग बताया है। ग्रामीण भारत से थोड़ी बहुत डिमांड आई, लेकिन वह शहरी गिरावट की भरपाई नहीं कर सकी।

– Asian Paints के मुनाफे में इतनी बड़ी गिरावट क्यों आई?

कंपनी ने प्रतिस्पर्धा के चलते अपने प्रोडक्ट्स की कीमतों में 5% से ज्यादा की कटौती की, जिससे रेवेन्यू और मार्जिन दोनों घटे। साथ ही, इंडोनेशियाई यूनिट की बिक्री से हुआ एक बार का नुकसान और गिरते रुपये ने भी लागत बढ़ा दी।

– JSW Paints की ड्यूक्स पेंट्स के साथ हुई डील क्या है?

JSW Paints ने AONB India (जो ड्यूक्स ब्रांड के नाम से जानी जाती है) की 74.76% हिस्सेदारी करीब ₹9400 करोड़ में खरीदने की डील की है। इससे कंपनी इंडस्ट्रियल पेंट सेगमेंट में दूसरा सबसे बड़ा खिलाड़ी बन जाएगी।

– Birla Opus का भारतीय पेंट बाजार में कितना प्रभाव पड़ा है?

Grasim Industries के Birla Opus ने केवल एक साल में हाई सिंगल डिजिट मार्केट शेयर हासिल कर लिया है और देश की दूसरी सबसे बड़ी डेकोरेटिव पेंट कंपनी बन गई है। इसका सीधा असर Asian Paints और Berger Paints जैसे पुराने ब्रांड्स पर पड़ा है।

– FY26 में पेंट इंडस्ट्री से क्या उम्मीदें हैं?

FY26 में अच्छी मानसून, रियल एस्टेट ग्रोथ और सरकारी इंफ्रास्ट्रक्चर खर्च से डिमांड में सुधार की उम्मीद है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इंडस्ट्री अगले कुछ सालों में 10-12% की सालाना ग्रोथ दर से आगे बढ़ सकती है।

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  • Manoj Talukdar

    नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम मनोज तालुकदार है, और मैं लम्बे समय से शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड जैसे निवेश से जुड़े क्षेत्रों में सक्रिय रूप से काम कर रहा हूं। इस दौरान मैंने जो अनुभव और ज्ञान अर्जित किया है, उसे मैं आप सभी के साथ इस वेबसाइट के माध्यम से साझा करना चाहता हूं। मेरा उद्देश्य है कि इस वेबसाइट के जरिए आपको निवेश से जुड़ी सही और उपयोगी जानकारी प्रदान कर सकूं, ताकि आप अपने निवेश निर्णयों को बेहतर बना सकें।

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