पिछले हफ्ते Jaiprakash Power Ventures (JP Power) के शेयरों में अच्छी खासी तेजी देखने को मिली। एक हफ्ते में ही शेयर करीब 7% चढ़कर 14 जुलाई 2025 को NSE पर ₹24.75 तक पहुँच गया। 11 जुलाई को इसने 52-हफ्तों का उच्चतम स्तर ₹24.86 भी छू लिया।
ऐसे में अब निवेशकों के मन में सवाल उठ रहा है कि क्या इस रैली के बाद भी इसमें बने रहना सही होगा या मुनाफा बुक करके निकल जाना चाहिए। आइए, इस पर विस्तार से बात करते हैं।

JP Power share में तेजी की वजह क्या है?
JP Power के शेयरों में हाल की तेजी के पीछे कई अहम कारण हैं। सबसे बड़ा कारण अडानी ग्रुप सहित कई बड़ी कंपनियों की इसमें रुचि है। दरअसल, कंपनी IBC प्रक्रिया के तहत है और अडानी, वेदांता, JSPL, दलमिया भारत, सुरक्षा ग्रुप और PNC इंफ्राटेक इसके लिए बोली लगाने की तैयारी में हैं। यही खबर बाजार में शेयर की मांग को बढ़ा रही है।
साथ ही कंपनी की ओर से दी गई कॉर्पोरेट गारंटी, जो करीब 150 मिलियन डॉलर के लोन से जुड़ी है, ने भी निवेशकों का भरोसा मजबूत किया है।
तकनीकी संकेत क्या कहते हैं?
तकनीकी तौर पर देखें तो JP Power फिलहाल थोड़ा संभलकर चलने वाला स्टॉक लग रहा है। इसका Relative Strength Index (RSI) फिलहाल 84.3 के आसपास है, जो बताता है कि शेयर ओवरबॉट यानी जरूरत से ज्यादा खरीदा गया है। इस स्थिति में अक्सर थोड़ी गिरावट की संभावना रहती है।
हालांकि, MACD अब भी पॉजिटिव है और स्टॉक अपने सभी अहम मूविंग एवरेज — 5, 10, 20, 50, 100 और 200 दिन — से ऊपर ट्रेड कर रहा है। दीर्घकाल में यह एक अच्छी मजबूती का संकेत है।
वॉल्यूम और हाल की गतिविधियाँ
14 जुलाई को JP Power सबसे ज्यादा ट्रेड होने वाला स्टॉक रहा। दिन की शुरुआत में ही करीब 24 करोड़ शेयरों का लेनदेन हुआ और शाम तक यह आँकड़ा 103 करोड़ से ज्यादा हो गया। इससे साफ है कि फिलहाल बाजार में इस शेयर को लेकर उत्साह बना हुआ है।
मेट्रिक | विवरण |
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वर्तमान शेयर प्राइस | ₹27.23 (15 जुलाई, दोपहर बाद) |
52-हफ्ते का उच्चतम | ₹27.70 |
52-हफ्ते का न्यूनतम | ₹12.36 |
YTD (2025) रिटर्न | लगभग 34.3% |
5 साल में रिटर्न | लगभग 1183% |
निवेशकों के लिए सलाह
ज्यादातर विश्लेषक अब भी इस पर बुलिश नजरिए से देख रहे हैं। उनका मानना है कि अगर शेयर ₹24 से ऊपर बना रहता है, तो इसमें और तेजी आ सकती है। हालांकि, ऊँचा RSI यह भी बताता है कि गिरावट की आशंका भी बनी हुई है।
लंबी अवधि के निवेशक:
अगर आप लंबे समय के लिए निवेश करने वाले हैं, तो धीरे-धीरे हिस्सेदारी बढ़ाना अच्छा विकल्प हो सकता है।
शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स:
अगर आपका नजरिया कम समय का है, तो मौजूदा ऊँचाई पर मुनाफा बुक करना समझदारी हो सकती है। आगे कीमतें अगर नीचे आती हैं, तो दोबारा एंट्री का मौका मिल सकता है।
निष्कर्ष
JP Power में तेजी के पीछे अडानी ग्रुप जैसी बड़ी कंपनियों की बोली की खबर, मजबूत वॉल्यूम और तकनीकी मजबूती जैसे कारण हैं। लेकिन ओवरबॉट स्थिति को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। ऐसे में निवेश का फैसला अपनी जोखिम क्षमता और नजरिए के हिसाब से लें। अगर जरूरत हो तो अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर करें।
F.A.Q.
– क्या JP Power में अभी निवेश करना सही रहेगा?
JP Power में हाल की तेजी अडानी ग्रुप जैसी बड़ी कंपनियों की बोली और मजबूत वॉल्यूम की वजह से है। अगर आप लंबे समय के लिए सोच रहे हैं, तो धीरे-धीरे निवेश करना बेहतर हो सकता है। शॉर्ट टर्म में थोड़ी गिरावट की संभावना भी बनी हुई है, इसलिए सावधानी जरूरी है।
– क्या यह शेयर ओवरबॉट हो चुका है?
जी हाँ, शेयर का RSI (Relative Strength Index) इस समय करीब 84 के आसपास है, जो बताता है कि स्टॉक ओवरबॉट ज़ोन में है। यानी, इसमें थोड़ी गिरावट या प्रॉफिट बुकिंग हो सकती है।
– क्या JP Power में और तेजी आ सकती है?
अगर शेयर ₹24 के ऊपर बना रहता है और बोली प्रक्रिया (IBC) में कोई बड़ा नाम आगे आता है, तो इसमें और तेजी देखने को मिल सकती है। मगर यह पूरी तरह बाजार की खबरों और भावनाओं पर निर्भर करेगा।
– लंबे समय के निवेश के लिए यह स्टॉक कैसा है?
पिछले 5 साल में इसने करीब 1183% का रिटर्न दिया है। अगर कंपनी की परिसंपत्तियों की बिक्री और नए निवेशक आने के बाद कारोबार बेहतर होता है, तो यह लंबे समय के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
– अभी मुनाफा बुक करना चाहिए या बने रहना चाहिए?
अगर आपने पहले से निवेश किया हुआ है और अच्छा मुनाफा हो चुका है, तो थोड़ी-बहुत प्रॉफिट बुकिंग करना सही हो सकता है। वहीं, लंबे समय के लिए निवेशक आंशिक निवेश बनाए रख सकते हैं और गिरावट पर और खरीद सकते हैं।
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