भारतीय शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाइयों को छू रहा है। निफ्टी ने मार्च से जून 2025 के बीच 13% से अधिक की बढ़त दर्ज की है, और विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) तथा घरेलू निवेशक (DII) बाजार में जोरदार निवेश कर रहे हैं। लेकिन इस उत्साह के बीच एक चिंताजनक ट्रेंड उभर रहा है: कंपनियों के प्रमोटर चुपचाप अपनी हिस्सेदारी बेचकर बाजार से बाहर निकल रहे हैं।

प्रमोटरों का अपने शेयरों से बड़े पैमाने पर एग्जिट
प्राइम डेटाबेस के अनुसार, मई 2025 में भारतीय कंपनियों के प्रमोटरों ने 43,400 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। यह इतिहास की सबसे बड़ी मासिक इंसाइडर बिकवाली में से एक है। प्रमुख उदाहरण:
- Indigo Airways: को-फाउंडर राकेश गंगवाल ने 11,560 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
- ITC: ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको ने 1,900 करोड़ रुपये में 2.5% हिस्सेदारी ऑफलोड की।
- Bharti Airtel: सिंटेल ने 1,880 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
- अन्य: Jindal Infra (1,210 करोड़), फिनटेक क्षेत्र में जनरल अटलांटिक (1,790 करोड़) समेत 20+ सूचीबद्ध कंपनियों के प्रमोटरों ने हिस्सेदारी घटाई।
क्यों चिंताजनक है यह ट्रेंड?
प्रमोटरों का बड़े पैमाने पर एग्जिट दो संभावित संकेत देता है:
- अत्यधिक वैल्यूएशन: प्रमोटरों को लगता हो कि शेयरों की कीमतें वास्तविक मूल्य से कहीं अधिक हैं।
- अंदरूनी जानकारी: उनके पास ऐसी सूचना हो सकती है जो आम निवेशकों से छिपी हुई है (जैसे आगामी वित्तीय चुनौतियाँ या व्यावसायिक जोखिम)।
विशेषज्ञ इस बात पर जोर देते हैं कि जब प्रमोटर (जिन्हें कंपनी की सबसे सटीक जानकारी होती है) एक साथ बाजार छोड़ें, तो यह एक “सेंटीमेंटल इंडिकेटर” बन जाता है।
निवेशक क्या करें?
- फंडामेंटल्स पर ध्यान दें: जिन कंपनियों में प्रमोटर एग्जिट कर रहे हैं, उनकी वित्तीय स्थिति, वैल्यूएशन और भविष्य की योजनाओं की समीक्षा करें।
- न बनें भेड़चाल का शिकार: सोशल मीडिया या अफवाहों पर निर्णय लेने के बजाय डेटा का विश्लेषण करें।
- डायवर्सिफाई करें: जोखिम प्रबंधन के लिए निवेश को विभिन्न क्षेत्रों में फैलाएं।
- कॉर्पोरेट घोषणाओं पर नजर रखें: तिमाही नतीजे, मैनेजमेंट गाइडेंस जैसी जानकारियाँ प्रमोटर एग्जिट के कारणों का सुराग दे सकती हैं।
निष्कर्ष
प्रमोटर एग्जिट हमेशा बाजार गिरावट का संकेत नहीं होता। व्यक्तिगत नकदी की जरूरत या पोर्टफोलियो पुनर्संतुलन भी इसकी वजह हो सकती है। लेकिन जब एक ही समय में कई बड़ी कंपनियों के प्रमोटर बिकवाली करें, तो यह निवेशकों के लिए सतर्कता बरतने का क्षण है। बाजार के शोर में अक्सर स्मार्ट मनी की चुप्पी सबसे मुखर संदेश होती है।
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