आज सुबह जब शेयर बाजार खुला तो Nestle India का स्टॉक लगभग 50% तक गिरा हुआ दिखाई दिया। कई निवेशकों को यह देखकर झटका लगा। सोशल मीडिया और निवेश मंचों पर चर्चा तेज़ हो गई कि इतनी बड़ी गिरावट आखिर कैसे आ गई?
लेकिन जब हकीकत सामने आई, तो साफ हो गया कि यह कोई बुरा संकेत नहीं था, बल्कि एक तकनीकी बदलाव का असर था — कंपनी ने अपने शेयरधारकों को 1:1 बोनस शेयर जारी किए हैं।
आइए, सरल भाषा में समझते हैं कि इसका मतलब क्या है, क्यों शेयर की कीमत गिरी और निवेशकों के लिए इसका क्या अर्थ है।

बोनस शेयर क्या होता है और इससे कीमत क्यों घटती है?
जब कोई कंपनी बोनस शेयर देती है, तो वह अपने मुनाफे में से अतिरिक्त शेयर मुफ्त में जारी करती है। Nestlé India ने 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर घोषित किए हैं। इसका मतलब है – हर एक मौजूदा शेयर पर एक और शेयर मुफ्त में मिलेगा।
इसका असर यह होता है कि बाजार में कुल शेयरों की संख्या दोगुनी हो जाती है। लेकिन कंपनी की कुल वैल्यू वही रहती है, इसलिए हर शेयर की कीमत स्वाभाविक रूप से आधी हो जाती है।
उदाहरण के तौर पर अगर किसी निवेशक के पास पहले एक शेयर था जिसकी कीमत ₹26,000 थी, अब उसके पास दो शेयर होंगे, और प्रत्येक की कीमत ₹13,000 के आसपास होगी। कुल निवेश वही रहेगा — कोई वास्तविक घाटा नहीं।
Nestle India Bonus के रिकॉर्ड डेट क्या थी और कौन होंगे पात्र?
Nestle India ने इस बोनस इश्यू के लिए 8 अगस्त 2025 को Record Date घोषित किया है। इसका मतलब यह है कि जिन निवेशकों के पास 7 अगस्त की क्लोजिंग तक कंपनी के शेयर थे, उन्हें बोनस शेयर मिलेंगे।
यह कंपनी के इतिहास का पहला बोनस इश्यू है। इसका उद्देश्य है – स्टॉक को ज्यादा से ज्यादा निवेशकों के लिए सुलभ बनाना और शेयर की तरलता बढ़ाना।
तिमाही नतीजे: लाभ में कमी, लेकिन राजस्व में बढ़त
Q1 (FY26) के ताजा नतीजे भी सामने आए हैं।
- Net Profit (PAT): ₹647 करोड़ रहा, जो कि पिछले साल की समान तिमाही ₹747 करोड़ से लगभग 13.4% कम है।
- Revenue from operations: ₹5,096 करोड़ रहा, जो कि साल-दर-साल करीब 6% की बढ़त दिखाता है।
हालांकि मुनाफा थोड़ा घटा है, लेकिन राजस्व में बढ़त से संकेत मिलता है कि कंपनी का मूल व्यवसाय स्थिर है। यह संकेत देता है कि Nestlé India अपने संचालन में सुधार और विस्तार की दिशा में काम कर रही है।
निवेशकों के लिए क्या सबक है?
अगर आप पहले से Nestlé India में निवेशित हैं, तो घबराने की कोई जरूरत नहीं है। आपके निवेश का मूल्य जैसा था वैसा ही बना हुआ है — सिर्फ शेयर की संख्या और कीमत में संतुलन बदला है।
बोनस शेयर कोई कैश लाभ नहीं होता, लेकिन यह एक दीर्घकालिक रणनीति है जिससे निवेशकों को फायदा हो सकता है। शेयर की कीमत कम होने से यह अब छोटे निवेशकों के लिए भी अधिक पहुंच योग्य हो गया है।
निष्कर्ष
Nestlé India के स्टॉक में जो गिरावट दिखी है, वह दरअसल बोनस शेयर के कारण आई है — न कि कंपनी के प्रदर्शन में किसी बड़ी गिरावट के कारण। यह एक तकनीकी समायोजन है, जो कंपनी की तरलता बढ़ाने और निवेशकों के लिए स्टॉक को आकर्षक बनाने की कोशिश का हिस्सा है।
निवेश करने से पहले हमेशा कंपनी की लंबी अवधि की रणनीति, प्रबंधन की सोच और वित्तीय स्थिरता को समझना ज़रूरी है। Nestlé India जैसी FMCG कंपनियों में बोनस शेयर अक्सर एक सकारात्मक संकेत होते हैं, जो कंपनी के आत्मविश्वास को दर्शाते हैं।
F.A.Q.
– नेस्ले इंडिया के शेयर में 50% की गिरावट क्यों आई?
यह गिरावट असल में 1:1 बोनस शेयर जारी होने की वजह से आई है। कंपनी ने हर एक मौजूदा शेयर पर एक नया शेयर मुफ्त में दिया, जिससे शेयरों की संख्या दोगुनी हो गई और कीमत अपने-आप आधी हो गई। यह कोई वास्तविक घाटा नहीं है।
– क्या मुझे इससे कोई नुकसान हुआ है?
नहीं। अगर आपने बोनस शेयर मिलने से पहले तक स्टॉक होल्ड किया था, तो आपकी कुल निवेश राशि वैसी की वैसी रहेगी। केवल शेयर की कीमत और संख्या में संतुलन बदला है, कुल वैल्यू पर असर नहीं पड़ा।
– बोनस शेयर मिलने के लिए मुझे शेयर कब तक खरीदना था?
बोनस शेयर के लिए Record Date 8 अगस्त 2025 तय की गई थी। इसका मतलब है कि अगर आपके पास 7 अगस्त की शाम तक Nestlé India के शेयर थे, तो आप बोनस के लिए पात्र हैं।
– बोनस शेयर मिलने से क्या फायदा होता है?
बोनस शेयर से आपको सीधे पैसे का फायदा नहीं होता, लेकिन इससे आपके पास शेयरों की संख्या बढ़ जाती है। इसके अलावा, शेयर की कीमत कम होने से यह छोटे निवेशकों के लिए खरीदना आसान हो जाता है, जिससे भविष्य में स्टॉक में तरलता और भागीदारी बढ़ सकती है।
– क्या अभी नेस्ले इंडिया के शेयर में निवेश करना सही रहेगा?
अगर आप लंबी अवधि के निवेशक हैं और कंपनी की वित्तीय स्थिति, ब्रांड वैल्यू और ग्रोथ पर भरोसा करते हैं, तो यह मौका अच्छा हो सकता है। हालांकि, निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।
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