नेशनल सिक्योरिटीज़ डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) का IPO आखिरकार बाजार में आया और निवेशकों ने इसे हाथों-हाथ लिया। IPO का प्राइस ₹800 तय किया गया था, लेकिन लिस्टिंग के दिन इसकी शुरुआत ₹880 पर हुई। यानी, निवेशकों को पहले ही दिन करीब 10% का मुनाफा मिल गया।
दिन के अंत में इसका शेयर ₹936 पर बंद हुआ, जो लिस्टिंग प्राइस से 17% ज्यादा है। कई जानकारों का कहना है कि यह प्रदर्शन पहले से लगाई जा रही उम्मीदों के अनुरूप रहा। जैसे-जैसे शेयर ने शुरुआती दिन अच्छा रुख दिखाया, वैसे ही बाजार में इसके भविष्य को लेकर सकारात्मक माहौल बन गया।

NSDL Share लिस्टिंग के बाद दो दिन में 25% का मुनाफा
लिस्टिंग के महज दो दिन के भीतर NSDL का शेयर ₹997.65 तक पहुंच गया। यानी IPO प्राइस से लगभग 25% का लाभ।
इन दो दिनों में शेयर ने स्थिरता के साथ ऊपर की दिशा पकड़ी, जिससे यह साफ है कि बाजार में इस शेयर को लेकर निवेशकों की सोच सकारात्मक है।
ऐसे IPO जिनमें पहले ही दिन से मजबूती दिखती है, उनमें आमतौर पर निवेशक जल्दी मुनाफा काटने की कोशिश करते हैं, लेकिन NSDL के मामले में कई लोगों ने होल्ड बनाए रखा। इसका कारण है कंपनी का बुनियादी ढांचा और बाजार में इसकी भूमिका।
दीर्घकालिक सोच रखने वालों के लिए क्या है सलाह?
कई ब्रोकरेज हाउस और शेयर बाजार के जानकारों की मानें तो NSDL एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो भारत की निवेश संरचना में अहम भूमिका निभाता है। इसका काम है निवेशकों के डीमैट अकाउंट्स को मैनेज करना और इसे सेबी द्वारा रेगुलेट किया जाता है।
इसलिए कंपनी की वित्तीय स्थिति भी मजबूत मानी जाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आप लंबे समय के नजरिए से सोच रहे हैं, तो यह शेयर आपके पोर्टफोलियो में स्थिरता ला सकता है।
कुछ सलाहकारों की यह भी राय है कि जो निवेशक अल्पकालिक लाभ लेना चाहते हैं, वे थोड़ा हिस्सा बेच सकते हैं और बाकी को लंबे समय के लिए होल्ड कर सकते हैं।
संस्थागत निवेशकों को मिला बड़ा रिटर्न
NSDL के IPO से सबसे बड़ा फायदा संस्थागत निवेशकों को हुआ। उदाहरण के लिए, NSE ने अपने ₹59 करोड़ के निवेश पर 6,415% तक का रिटर्न हासिल किया।
इसके अलावा SBI, HDFC Bank जैसी संस्थाएं भी इसमें हिस्सेदार थीं। रिपोर्ट्स के अनुसार, इन्हें 39,900% तक का अनुमानित लाभ हो सकता है।
यह दर्शाता है कि इस IPO में बड़े निवेशकों का भरोसा कितना गहरा था और उन्होंने पहले ही इस संभावनाशील कंपनी में हिस्सेदारी ले ली थी।
डिविडेंड देने की नीति और ट्रैक रिकॉर्ड
किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले निवेशक उसकी डिविडेंड नीति जरूर देखते हैं। NSDL ने अपने पिछले तीन वित्तीय वर्षों में क्रमश: 100%, 50% और 50% का डिविडेंड दिया है। यह दर्शाता है कि कंपनी की कमाई में स्थिरता है और वह अपने शेयरधारकों को नियमित लाभ देती है।
डिविडेंड नीति से यह भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि कंपनी भविष्य में भी अपने निवेशकों को नजरअंदाज नहीं करेगी।
निष्कर्ष: आगे की राह कैसी दिखती है?
NSDL की लिस्टिंग और शुरुआती प्रदर्शन ने बाजार में विश्वास का माहौल बनाया है। शेयर की शुरुआती रफ्तार यह संकेत देती है कि इसमें अभी और ऊपर जाने की संभावना हो सकती है, खासकर अगर बाजार का ट्रेंड सकारात्मक बना रहता है।
हालांकि, जैसा कि हमेशा कहा जाता है – शेयर बाजार में निवेश से पहले खुद की रिसर्च जरूर करें या फिर किसी फाइनेंशियल एडवाइज़र से सलाह लें।
जो निवेशक पहले ही इसमें हिस्सा ले चुके हैं, उनके लिए यह मुनाफा बुक करने और पोर्टफोलियो को रीबैलेंस करने का अच्छा मौका हो सकता है। वहीं, जो अब एंट्री की सोच रहे हैं, उन्हें थोड़ा इंतजार करके सही स्तर पर निवेश की रणनीति बनानी चाहिए।
F.A.Q.
– NSDL का IPO कब लिस्ट हुआ और इसकी कीमत क्या थी?
NSDL का IPO 6 अगस्त 2025 को लिस्ट हुआ। इसकी इश्यू प्राइस ₹800 थी और यह ₹880 पर लिस्ट हुआ, यानी 10% प्रीमियम के साथ।
– क्या NSDL के शेयर में अभी निवेश करना सही रहेगा?
अगर आप लंबी अवधि के निवेशक हैं, तो NSDL एक स्थिर और भरोसेमंद कंपनी मानी जाती है। हालांकि, निवेश से पहले अपनी रिसर्च जरूर करें या किसी वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।
– लिस्टिंग के बाद NSDL का शेयर कितना ऊपर गया?
लिस्टिंग के दो दिनों के भीतर NSDL का शेयर ₹997.65 तक चढ़ गया, जो इश्यू प्राइस से लगभग 25% ऊपर है।
– क्या NSDL नियमित डिविडेंड देती है?
हां, NSDL ने पिछले तीन वित्तीय वर्षों में क्रमश: 100%, 50% और 50% का डिविडेंड दिया है, जो इसकी वित्तीय स्थिरता को दर्शाता है।
– किन बड़े निवेशकों को IPO से फायदा हुआ?
NSE ने ₹59 करोड़ के निवेश पर लगभग 6,415% रिटर्न कमाया। साथ ही, SBI और HDFC Bank जैसी संस्थाओं को भी जबरदस्त रिटर्न की उम्मीद है।
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