Ola Electric में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए यह समय काफी निराशाजनक साबित हो रहा है। कंपनी के शेयर की कीमतों में लगातार गिरावट देखी जा रही है और अब यह अपने IPO प्राइस से भी नीचे आ गया है। अगस्त 2024 में शेयर ने ₹157 का उच्चतम स्तर छुआ था, लेकिन अब यह करीब 73% गिरकर ₹43 तक आ चुका है। जबकि IPO प्राइस ₹76 था, जिससे निवेशकों को अब तक लगभग 56% का घाटा हो चुका है।

Ola Electric Share में निवेशकों के लिए खतरे की घंटी?
शेयर बाजार में सबसे बड़ा सवाल अब यह है कि क्या यह सही समय है Ola Electric से बाहर निकलने का, या फिर सस्ते दाम पर खरीदारी करने का? विशेषज्ञों की मानें तो फिलहाल बाजार में कोई पॉजिटिव ट्रिगर नहीं दिख रहा। तकनीकी संकेत और कंपनी के कमजोर वित्तीय आंकड़े इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि गिरावट का सिलसिला थमने वाला नहीं है।
यस सिक्योरिटीज के अमित त्रिवेदी का कहना है कि शेयर में गिरावट का ट्रेंड अभी बना हुआ है और यह ₹39 तक गिर सकता है। वहीं, चॉइस ब्रोकिंग के मंदार भोजने के मुताबिक शेयर 50 और 200 दिन के ईएमए (EMA) से नीचे ट्रेड कर रहा है। साथ ही, RSI (Relative Strength Index) 28.87 पर है, जो इसे ओवरसोल्ड ज़ोन में ले जाता है। अगर ₹38 का सपोर्ट टूटता है, तो शेयर ₹35 तक भी गिर सकता है।
मोनाजा के कुणाल कांबले ने बताया कि स्टॉक ने डिसेंडिंग ट्रायंगल पैटर्न को तोड़ दिया है, जो एक मजबूत बियरिश सिग्नल माना जाता है। यदि ₹38 का स्तर भी टूटता है, तो यह ₹31 तक भी फिसल सकता है।
गिरावट की असली वजह: कमजोर फंडामेंटल्स
Ola Electric के शेयर में लगातार गिरावट की एक बड़ी वजह कंपनी के खराब तिमाही नतीजे हैं। मार्च 2025 तिमाही में कंपनी को ₹870 करोड़ का घाटा हुआ है, जो पिछले साल की इसी तिमाही में ₹416 करोड़ था। यानी घाटा दो गुने से ज्यादा हो गया है।
रेवेन्यू भी 61.8% की भारी गिरावट के साथ ₹611 करोड़ पर आ गया है। ईबीआईटीडीए (EBITDA) भी ₹312 करोड़ से बढ़कर ₹695 करोड़ घाटे में चला गया। वाहन डिलीवरी की बात करें तो यह भी गिरकर 51,375 यूनिट्स रह गई, जो पिछले साल 11 लाख यूनिट्स से ज्यादा थी।
ऑटो सेगमेंट में कंपनी का मार्जिन -78.6% रहा, जबकि कंसोलिडेटेड आधार पर यह -1.4% रहा, जो कंपनी की संचालन क्षमता पर सवाल खड़े करता है।
निवेशकों की बेरुखी
Hyundai Motors जैसे बड़े निवेशक भी अब Ola Electric से दूरी बना रहे हैं। हाल ही में Hyundai ने ₹731 करोड़ के शेयर बेचे, जो कंपनी में उसकी 3.23% हिस्सेदारी थी। इसके अलावा 23 जून को ₹44 प्रति शेयर की दर से 2.41 करोड़ शेयरों की ब्लॉक डील भी हुई, जिसकी कुल कीमत ₹17 करोड़ रही।
अब क्या करें निवेशक?
फिलहाल Ola Electric को तीन बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है – वित्तीय संकट, तेज़ होता प्रतिस्पर्धा और कमजोर तकनीकी संकेत। बाजार में तब तक कोई सकारात्मक संकेत नहीं दिखता जब तक कंपनी अपने फंडामेंटल्स और टेक्निकल इंडिकेटर्स को सुधारने में सफल नहीं होती।
विशेषज्ञों की स्पष्ट सलाह है कि अभी इस स्टॉक में नई खरीद से बचें और जिनके पास पहले से यह स्टॉक है, वे भी सतर्क रहें। निवेश का फैसला करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।
F.A.Q.
– Ola इलेक्ट्रिक का शेयर इतना क्यों गिर रहा है?
शेयर में गिरावट की मुख्य वजह कंपनी के कमजोर तिमाही नतीजे, बढ़ता घाटा, घटती डिलीवरी और बड़े निवेशकों की हिस्सेदारी में कटौती है। तकनीकी रूप से भी स्टॉक डाउनट्रेंड में है, जिससे गिरावट और गहराई है।
– क्या Ola इलेक्ट्रिक का शेयर अब खरीदने लायक है?
फिलहाल नहीं। विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक ₹38 का सपोर्ट नहीं टिकता और फंडामेंटल्स में सुधार नहीं आता, तब तक निवेश से बचना ही समझदारी है।
– Ola इलेक्ट्रिक का अगला सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल क्या है?
अगला महत्वपूर्ण सपोर्ट ₹38 है। इसके नीचे ₹35 और ₹31 तक गिरावट आ सकती है। रेजिस्टेंस लेवल ₹50 और ₹57 के आसपास देखा जा रहा है।
– Ola इलेक्ट्रिक के शेयर में इतना घाटा क्यों हो रहा है?
कंपनी को Q4 में ₹870 करोड़ का घाटा हुआ है, रेवेन्यू में भारी गिरावट आई है और ईबीआईटीडीए घाटा बढ़ गया है। इसके साथ ही डिलीवरी और मार्जिन में भी तेज गिरावट दिखी है।
– क्या Ola इलेक्ट्रिक में लंबी अवधि के लिए निवेश करना सही रहेगा?
अभी के हालात में लंबी अवधि का निवेश जोखिम भरा हो सकता है। जब तक कंपनी अपनी वित्तीय सेहत नहीं सुधारती और बाजार में भरोसा नहीं लौटता, तब तक इंतजार करना बेहतर होगा।
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