रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी सुजलॉन एनर्जी (Suzlon Energy) ने हाल ही में मार्च तिमाही के जबरदस्त नतीजे पेश किए, जिसके बाद से कंपनी चर्चा में बनी हुई है। नतीजों के अलावा हाल ही में 9 जून को हुई ब्लॉक डील और अब एक नए मेगा ऑर्डर की घोषणा ने कंपनी के शेयरों में फिर से तेजी की उम्मीद जगा दी है।
यह ऑर्डर भारत की अग्रणी रिन्यूएबल एनर्जी ट्रांजिशन कंपनी AMPIN Energy Transition की ओर से आया है। आइए जानते हैं इस डील की डिटेल और इसके शेयर पर संभावित असर के बारे में।

सुजलॉन को आंध्र प्रदेश में 170.1 मेगावाट का नया प्रोजेक्ट
सुजलॉन एनर्जी ने 20 जून को शेयर बाजार को सूचित किया कि कंपनी को एएमपीआई एन एनर्जी ट्रांजिशन से 170.1 मेगावाट की विंड एनर्जी परियोजना का ऑर्डर मिला है। यह प्रोजेक्ट आंध्र प्रदेश के कुरनूल में लगाया जाएगा और इसमें सुजलॉन की एडवांस S144 विंड टर्बाइन जनरेटर की 54 यूनिट्स शामिल होंगी। हर टर्बाइन की कैपेसिटी 3.15 मेगावाट है और ये हाइब्रिड लैटिस टावर पर लगेंगी। इस प्रोजेक्ट में उपकरणों की आपूर्ति, इंस्टॉलेशन, कमीशनिंग, और दीर्घकालिक ऑपरेशन व मेंटेनेंस सेवाएं शामिल हैं।
यह एएमपीआई एन से सुजलॉन को मिला तीसरा बड़ा ऑर्डर है, जिससे दोनों कंपनियों के बीच मजबूत साझेदारी का संकेत मिलता है।
शेयर बाजार में दिखा मिला-जुला असर
शुक्रवार, 20 जून को इस ऑर्डर की खबर के बाद सुजलॉन एनर्जी के शेयर में तेजी देखी गई और यह लगभग 3% की बढ़त के साथ ₹64.26 तक पहुंच गया। इससे पहले तीन दिन लगातार गिरावट का सामना कर चुके निवेशकों के लिए यह राहत भरी खबर रही। हालांकि सोमवार, 23 जून को शेयर में हल्की गिरावट आई और यह ₹62.82 पर बंद हुआ।
बीते 5 दिनों में शेयर में 3.61% की गिरावट दर्ज की गई है जबकि बीते एक महीने में यह केवल 1% की तेजी दिखा पाया है। बावजूद इसके, निवेशक नए ऑर्डर और मजबूत फाइनेंशियल्स के चलते आगे चलकर शेयर में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं।
मार्च तिमाही के नतीजे: 10 साल का बेस्ट परफॉर्मेंस
सुजलॉन एनर्जी ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में पिछले 10 सालों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है।
- PBT (प्रॉफिट बिफोर टैक्स) 103% की बढ़ोतरी के साथ ₹147 करोड़ पर पहुंचा।
- रेवेन्यू 67% बढ़कर ₹10,851 करोड़ हुआ।
- EBITDA 81% की छलांग के साथ ₹1857 करोड़ रहा।
- PAT (प्रॉफिट आफ्टर टैक्स) ₹272 करोड़ रहा, जिसमें ₹638 करोड़ के डिफर्ड टैक्स एसेट्स शामिल हैं।
इसके अलावा, कंपनी की डिलीवरी FY25 में 1.55 गीगावाट रही, जिसमें से 573 मेगावाट अकेले Q4 में डिलीवर हुआ। कंपनी की कुल ऑर्डर बुक 5.6 गीगावाट के ऑल टाइम हाई पर है, जो इसके मजबूत बिजनेस ट्रांसफॉर्मेशन का प्रमाण है।
निवेशकों की दिलचस्पी और भविष्य की रणनीति
कंपनी के बेहतर प्रदर्शन और मजबूत ऑर्डर बुक के चलते विदेशी निवेशकों (FIIs) की दिलचस्पी भी बढ़ी है। मार्च 2025 तिमाही में एफआईआई ने 2 करोड़ से अधिक शेयर खरीदे और अपनी हिस्सेदारी दिसंबर 2024 की 22.87% से बढ़ाकर 23.04% कर दी।
पिछले दो वर्षों में सुजलॉन ने 350% और 5 वर्षों में 10,525% का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। कंपनी ने हाल ही में 10 नई प्रोडक्शन यूनिट्स और पांडुचेरी व दमन में यूनिट्स का विस्तार किया है, जिससे उत्पादन क्षमता में इजाफा हुआ है। CEO जेपी चालासानी का कहना है कि “सस्ती और भरोसेमंद क्लीन एनर्जी देश की ज़रूरत बन चुकी है और सुजलॉन इस बदलाव में अहम भूमिका निभा रही है।”
निष्कर्ष:
बड़े ऑर्डर, मजबूत तिमाही नतीजे और पॉजिटिव मार्केट सेंटिमेंट्स के चलते सुजलॉन एनर्जी एक बार फिर निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बनकर उभरी है। आने वाले समय में कंपनी का शेयर प्रदर्शन रिन्यूएबल सेक्टर में भारत की भूमिका के साथ और भी चमक सकता है।
F.A.Q.
– Suzlon Energy को नया ऑर्डर किस कंपनी से मिला है?
Suzlon Energy को 170.1 मेगावाट का नया विंड पावर प्रोजेक्ट AMPIN Energy Transition से मिला है, जो आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में स्थापित किया जाएगा।
– Suzlon Energy के Q4 2025 के नतीजे कैसे रहे?
Q4 FY2025 में Suzlon ने पिछले 10 वर्षों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। कंपनी का प्रॉफिट बिफोर टैक्स (PBT) 103% बढ़कर ₹147 करोड़, रेवेन्यू ₹10,851 करोड़ और EBITDA ₹1,857 करोड़ रहा।
– Suzlon का शेयर प्राइस अभी कितना है और कैसा प्रदर्शन कर रहा है?
हाल ही में शेयर ने ₹64.26 का स्तर छुआ लेकिन 23 जून को यह ₹62.82 पर बंद हुआ। बीते 5 दिनों में शेयर में 3.61% की गिरावट दर्ज की गई है।
– क्या Suzlon Energy एक मल्टीबैगर स्टॉक है?
हां, पिछले 5 वर्षों में Suzlon ने अपने निवेशकों को 10,525% तक का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है, जिससे यह भारत के टॉप रिन्यूएबल स्टॉक्स में शुमार हो गया है।
– Suzlon Energy का भविष्य कैसा है?
मजबूत ऑर्डर बुक (5.6 गीगावाट), तकनीकी नवाचार (S144 टर्बाइन), और बढ़ती डिलीवरी के साथ Suzlon का भविष्य सकारात्मक नजर आता है, खासकर भारत के ग्रीन एनर्जी मिशन को देखते हुए।
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