Vodafone Idea एक बार फिर चर्चा में है। यह स्टॉक अक्सर वायदा बाज़ार (F&O) में एक्टिव बना रहता है, चाहे खबरें हों या न हों। लेकिन इस बार खबर वाकई बड़ी है, जिससे यह स्टॉक फिर “टॉक ऑफ द टाउन” बन गया है। सरकार कंपनी को आर्थिक संकट से उबारने के लिए एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) से जुड़े बकाये पर बड़ी राहत देने की योजना बना रही है।

Vodafone Idea Share में क्या है मामला?
Vodafone Idea पर लगभग ₹83,400 करोड़ का AGR बकाया है। कंपनी लगातार सरकार से अनुरोध कर रही थी कि उसे यह भुगतान करने के लिए अतिरिक्त समय दिया जाए, क्योंकि उसकी मौजूदा वित्तीय स्थिति इतनी मजबूत नहीं है कि वह समय पर भुगतान कर सके।
अब सूत्रों के मुताबिक सरकार इस बकाया भुगतान की मियाद को 20 साल तक बढ़ाने पर विचार कर रही है। यानी कंपनी को धीरे-धीरे इस रकम का भुगतान करने की अनुमति मिल सकती है। जब तक कोई ठोस फैसला नहीं होता, तब तक कंपनी को साधारण ब्याज (Simple Interest) के साथ सालाना लगभग ₹1,000 से ₹1,500 करोड़ का भुगतान करना पड़ सकता है।
सरकार का स्टेक और सीमाएं
सरकार पहले ही Vodafone Idea में 49% की हिस्सेदारी रखती है, जो कि AGR बकाये के बदले में इक्विटी में बदली गई थी। लेकिन अब और हिस्सेदारी लेना सरकार के लिए मुश्किल है क्योंकि 50% से अधिक हिस्सेदारी का मतलब है कि कंपनी Public Sector Undertaking (PSU) की श्रेणी में आ जाएगी — जिसे सरकार फिलहाल नहीं चाहती।
निवेशकों के लिए संकेत
ट्रेडिंग व्यूज़ की बात करें तो Vodafone Idea का चार्ट अभी भी नेगेटिव ट्रेंड दिखा रहा है। वीकली चार्ट पर ₹7 से ₹7.15 के बीच स्टॉक को मजबूत रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है। टेक्निकल विश्लेषकों का मानना है कि यहां से ₹5.70 से ₹4.55 तक गिरावट की संभावना बनी हुई है।
हालांकि, अगर कोई पॉजिटिव न्यूज आती है और स्टॉक ₹7.30 का लेवल तोड़ता है, तो ₹8.30 तक का बाउंस बैक देखा जा सकता है। लेकिन जानकारों की राय है कि ऐसे मौकों पर मुनाफा बुक कर लेना समझदारी भरा कदम होगा।
कंपनी की स्थिति
Vodafone Idea खुद कई बार सार्वजनिक रूप से यह स्वीकार कर चुकी है कि वह वित्तीय संकट से जूझ रही है। भारी घाटा, अधिक लायबिलिटीज और AGR बकाया ने कंपनी की हालत नाजुक कर दी है। यही वजह है कि सरकार भी अब कंपनी को डूबने से बचाने के लिए कुछ विकल्प तलाश रही है।
निष्कर्ष
सरकार की संभावित राहत से Vodafone Idea को थोड़ी राहत जरूर मिल सकती है, लेकिन दीर्घकालिक रूप से कंपनी की स्थिति तभी सुधरेगी जब उसके बिजनेस फंडामेंटल्स मजबूत होंगे। निवेशकों के लिए यह जरूरी है कि वे केवल खबरों के आधार पर निर्णय न लें, बल्कि चार्ट पैटर्न और कंपनी की मूलभूत स्थिति का विश्लेषण करके ही आगे कदम बढ़ाएं।
F.A.Q.
– Vodafone Idea पर कितना AGR बकाया है?
Vodafone Idea पर लगभग ₹83,400 करोड़ का AGR (Adjusted Gross Revenue) बकाया है, जिसे लेकर कंपनी सरकार से राहत की मांग कर रही है।
– सरकार Vodafone Idea को किस तरह की राहत देने पर विचार कर रही है?
सरकार AGR भुगतान की मियाद को 20 साल तक बढ़ाने पर विचार कर रही है, जिससे कंपनी धीरे-धीरे इस भारी भरकम रकम का भुगतान कर सके।
– क्या सरकार Vodafone Idea में और हिस्सेदारी ले सकती है?
नहीं। सरकार पहले ही कंपनी में 49% की हिस्सेदारी ले चुकी है। यदि यह 50% से ऊपर जाती है तो Vodafone Idea PSU (सरकारी कंपनी) घोषित हो सकती है, जिसे सरकार फिलहाल नहीं चाहती।
– इस खबर का Vodafone Idea के शेयर पर क्या असर पड़ेगा?
खबर के बाद शेयर में थोपा हुआ बाउंस बैक देखने को मिल सकता है, लेकिन टेक्निकल चार्ट अभी भी कमजोर हैं। ₹7.25 से ₹7.30 पर रेजिस्टेंस है, और ₹8 तक का उछाल संभव है यदि यह लेवल टूटे।
– क्या मौजूदा निवेशकों को Vodafone Idea से बाहर निकल जाना चाहिए?
जानकारों की सलाह है कि अगर उछाल मिले तो मुनाफा बुक कर लेना बेहतर रहेगा, क्योंकि लॉन्ग टर्म ट्रेंड और फंडामेंटल्स अभी भी कमजोर दिख रहे हैं।
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