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2025 में शेयर बाजार से क्यों भाग रहे हैं लाखों निवेशक? Zerodha, Upstox और Groww पर पड़ा सबसे बड़ा झटका!

2020 के बाद से भारतीय शेयर बाजार में खुदरा यानी छोटे निवेशकों की जबरदस्त एंट्री देखी गई थी। मोबाइल ऐप्स, डिस्काउंट ब्रोकर्स और सोशल मीडिया के जरिए शेयर बाजार आम लोगों की पहुंच में आ गया था। लेकिन अब 2025 की शुरुआत में यह जोश कुछ ठंडा पड़ता नजर आ रहा है।

देश के सबसे बड़े चार डिस्काउंट ब्रोकर्स Zerodha, Groww, Angel One, और Upstox ने मई 2025 में 27,000 एक्टिव क्लाइंट्स खो दिए। अप्रैल में भी इन चारों प्लेटफॉर्म्स से 25,000 ग्राहक दूर हो गए थे। यानी सिर्फ दो महीनों में इन चारों ने 4.7 लाख से ज्यादा यूज़र्स गंवा दिए हैं।

Why are millions of investors running away from the stock market in 2025 Zerodha, Upstox and Groww suffered the biggest blow

Zerodha को सबसे बड़ा झटका

इस गिरावट का सबसे बड़ा खामियाजा Zerodha को भुगतना पड़ा है। कंपनी ने मई में 76,000 एक्टिव यूज़र्स खो दिए। इसके बाद अब Zerodha के कुल एक्टिव क्लाइंट्स की संख्या घटकर 77 लाख 58 हज़ार पर आ गई है।

वहीं, Angel One ने 54,000 क्लाइंट्स गंवाए और इसके बाद इसका कुल ग्राहक आधार 74 लाख रह गया है। Upstox की स्थिति सबसे चिंताजनक रही। यह ब्रोकिंग फर्म 46,978 एक्टिव यूज़र्स खो बैठी और अब इसके पास सिर्फ 26,600 एक्टिव यूज़र्स बचे हैं।

Groww का असर सीमित, ICICI सिक्योरिटीज ने जोड़े ग्राहक

हालांकि, Groww ने सबसे कम नुकसान झेला और केवल 2,000 ग्राहक ही खोए। इसके बाद भी इसका कुल एक्टिव क्लाइंट बेस 1 करोड़ 28 हज़ार बना हुआ है, जिससे यह देश के सबसे बड़े रिटेल ब्रोकर्स में बना हुआ है।

इसी के विपरीत, ICICI सिक्योरिटीज ने मई 2025 में 3,158 नए ग्राहक जोड़े हैं। इसका कारण इसका बैंकिंग से जुड़ा हाइब्रिड मॉडल है, जहां ग्राहक सिर्फ ट्रेडिंग ही नहीं, बल्कि सेविंग अकाउंट, लोन और इंश्योरेंस जैसी सुविधाओं का भी लाभ ले सकते हैं। यह दर्शाता है कि अब निवेशक सिर्फ सस्ते ब्रोकरेज नहीं, बल्कि संपूर्ण सुविधा वाले प्लेटफॉर्म्स को प्राथमिकता दे रहे हैं।

रिटेल निवेशकों की दिलचस्पी क्यों घटी?

2024 में बाजार में जबरदस्त तेजी के चलते निवेशकों में भारी उत्साह था। लेकिन 2025 की शुरुआत में मुनाफा घटने लगा, जिससे रिटेल निवेशकों का उत्साह कमजोर पड़ा है। फ्यूचर्स और ऑप्शन ट्रेडिंग पर भी नियम सख्त कर दिए गए हैं, जिससे कई छोटे ट्रेडर्स अब पीछे हट रहे हैं।

इसके अलावा, आईपीओ मार्केट में भी पहले जैसी हलचल नहीं रही। IPO वे दरवाज़े होते हैं जिनसे नए निवेशक बाजार में आते हैं। जब IPOs की संख्या कम होती है, तो ट्रेडिंग गतिविधियों में भी गिरावट आती है। निवेशक अब खाते तो खोल रहे हैं, लेकिन नियमित ट्रेडिंग नहीं कर रहे हैं। यानी ट्रेडिंग ऐप इंस्टॉल करने और पैसा लगाने का जोश अब धीरे-धीरे ठंडा पड़ रहा है।

NSE पर भी घटे एक्टिव यूजर्स

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2025 तक NSE पर कुल 4 करोड़ 87 हज़ार एक्टिव यूज़र्स थे। लेकिन मई में यह आंकड़ा गिरकर 4 करोड़ 69 हज़ार पर आ गया। यानी दो महीनों में 3.6% की गिरावट दर्ज की गई।

विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट अस्थायी हो सकती है। जून 2025 में कई बड़े IPOs आने की संभावना है, जिनसे बाजार में फिर से हलचल देखी जा सकती है। Groww का खुद का IPO भी आने वाला है, जिससे खुदरा निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ने की उम्मीद है।

निष्कर्ष

2025 की शुरुआत में भले ही खुदरा निवेशकों की भागीदारी में गिरावट देखी गई हो, लेकिन यह एक अस्थायी ब्रेक लग रहा है। डिस्काउंट ब्रोकर्स अब भी मजबूत स्थिति में हैं। अगर मार्केट में IPOs की लहर आती है और निवेशकों को नए मुनाफे के अवसर मिलते हैं, तो अगले कुछ महीनों में रिकॉर्ड क्लाइंट्स की वापसी संभव है।

F.A.Q.

– 2025 में खुदरा निवेशकों की संख्या में गिरावट क्यों आई है?

2025 की शुरुआत में मुनाफा घटने, IPO मार्केट की सुस्ती और फ्यूचर्स-ऑप्शन ट्रेडिंग पर कड़े नियमों के कारण खुदरा निवेशकों की रुचि कम हुई है। इससे डिस्काउंट ब्रोकर्स जैसे Zerodha, Upstox और Angel One ने लाखों एक्टिव यूज़र्स खो दिए हैं।

– सबसे ज्यादा नुकसान किस ब्रोकिंग फर्म को हुआ है?

मई 2025 में Zerodha को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, जिसमें 76,000 एक्टिव यूज़र्स ने प्लेटफॉर्म छोड़ दिया। इसके बाद Angel One और Upstox का नंबर आता है।

– क्या Groww का प्रभाव भी कम हुआ है?

Groww ने अन्य ब्रोकर्स की तुलना में सबसे कम ग्राहक खोए हैं केवल 2,000 यूज़र्स। इसका कुल एक्टिव क्लाइंट बेस अभी भी 1 करोड़ 28 हज़ार से अधिक है, जिससे यह सबसे बड़ा नाम बना हुआ है।

– क्या ICICI Securities को फायदा हुआ है?

हां, मई 2025 में ICICI Securities ने 3,158 नए ग्राहक जोड़े हैं। इसका कारण है उनका बैंकिंग आधारित मॉडल, जो सेविंग अकाउंट, लोन और इंश्योरेंस जैसी अतिरिक्त सुविधाएं भी प्रदान करता है।

– क्या यह गिरावट स्थायी है या निवेशक फिर से लौट सकते हैं?

विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट अस्थायी है। जून 2025 में कई बड़े IPOs आने वाले हैं, जिससे खुदरा निवेशकों की दिलचस्पी फिर से बढ़ सकती है और ब्रोकर्स की यूजर संख्या में दोबारा उछाल आ सकता है।

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  • Manoj Talukdar

    नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम मनोज तालुकदार है, और मैं लम्बे समय से शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड जैसे निवेश से जुड़े क्षेत्रों में सक्रिय रूप से काम कर रहा हूं। इस दौरान मैंने जो अनुभव और ज्ञान अर्जित किया है, उसे मैं आप सभी के साथ इस वेबसाइट के माध्यम से साझा करना चाहता हूं। मेरा उद्देश्य है कि इस वेबसाइट के जरिए आपको निवेश से जुड़ी सही और उपयोगी जानकारी प्रदान कर सकूं, ताकि आप अपने निवेश निर्णयों को बेहतर बना सकें।

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