पिछले कुछ वर्षों में म्यूचुअल फंड की सेक्टोरल और Thematic Schemes ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। इस कारण निवेशकों का रुझान इन स्कीम्स की ओर बढ़ा है। इन्हें और आकर्षक बनाने के लिए एसेट मैनेजमेंट कंपनियां (AMCs) नई-नई थीम पर आधारित न्यू फंड ऑफर (NFO) लॉन्च कर रही हैं। वर्ष 2024 में इन Thematic Schemes में काफी वृद्धि देखने को मिली है। आइए, जानते हैं इन स्कीम्स की विशेषताएँ, जोखिम, और निवेश के लिए उपयोगी सुझाव।
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Sectoral और Thematic Schemes क्या हैं?
Sectoral फंड्स म्यूचुअल फंड की वह स्कीम्स हैं, जो किसी एक विशेष सेक्टर में 80% तक निवेश करती हैं। उदाहरण के लिए, इंफ्रास्ट्रक्चर फंड्स, जो बिजली, रेलवे, और बंदरगाहों जैसे क्षेत्रों की कंपनियों में निवेश करते हैं। यदि सरकार इस क्षेत्र पर जोर देती है, तो यह फंड शानदार रिटर्न दे सकते हैं।
दूसरी ओर, Thematic फंड्स एक विशेष थीम जैसे ग्रीन एनर्जी, रिन्यूएबल एनर्जी, या डिजिटल इनोवेशन पर केंद्रित होते हैं।
2024 में Thematic Funds का प्रदर्शन
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के अनुसार, 2024 में लगभग हर हफ्ते एक नई Thematic Scheme लॉन्च की गई। इन स्कीम्स की एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) नवंबर 2023 में ₹2.28 लाख करोड़ से बढ़कर नवंबर 2024 में ₹4.51 लाख करोड़ हो गई। वैल्यू रिसर्च के अनुसार, शीर्ष छह Thematic Funds ने पिछले एक साल में 32% से 46% तक का रिटर्न दिया, जबकि स्टॉक मार्केट में इस दौरान उतार-चढ़ाव रहा।
एचडीएफसी डिफेंस फंड ने एक साल में 46% का रिटर्न दिया। इसी तरह, यूनियन इनोवेशन एंड अपॉर्च्युनिटी फंड ने 44% रिटर्न दिया। इस साल लॉन्च हुए प्रमुख फंड्स में SBI Energy Opportunities Fund, HDFC Manufacturing Fund, और ICICI Prudential Energy Opportunities Fund शामिल हैं।
जोखिम और सावधानियाँ
Sectoral और Thematic Funds अन्य म्यूचुअल फंड स्कीम्स की तुलना में अधिक जोखिमपूर्ण होते हैं। इनका निवेश सीमित स्टॉक्स या कंपनियों में होता है। उदाहरण के लिए, रियल एस्टेट इंडेक्स फंड्स में केवल 10 स्टॉक्स शामिल होते हैं। इसी प्रकार, डिफेंस सेक्टर में केवल दो दर्जन कंपनियाँ ही सक्रिय हैं।
जब बाजार अच्छा प्रदर्शन करता है, तो Sectoral Funds उच्च रिटर्न देते हैं, लेकिन बाजार में गिरावट के दौरान इन फंड्स में बड़ी गिरावट देखने को मिलती है। इसलिए, अनुभवी निवेशक ही अपने पोर्टफोलियो का 5% से 10% हिस्सा इन फंड्स में लगाएं।
किसे करना चाहिए निवेश?
नए निवेशकों को सेक्टोरल और थीमेटिक फंड्स से बचना चाहिए। यदि आप किसी सेक्टर की गहरी जानकारी रखते हैं और भारी जोखिम सहने के लिए तैयार हैं, तभी इनमें निवेश करें। निवेश करने से पहले यह समझना आवश्यक है कि ये फंड्स किसी एक सेक्टर या थीम पर केंद्रित होते हैं, जिससे इनकी विविधता कम हो जाती है।
निवेश के पहले ध्यान देने योग्य बातें
Sectoral और Thematic Funds उच्च रिटर्न की संभावनाओं के साथ आते हैं, लेकिन इनमें अधिक जोखिम भी निहित है। केवल अनुभवी और जानकारीपूर्ण निवेशकों को ही इनमें निवेश करना चाहिए। नए निवेशकों के लिए यह सुरक्षित रहेगा कि वे अन्य विविधता वाले फंड्स का चयन करें।
निवेश के पहले ध्यान देने योग्य बातें:-
- जोखिम का आकलन करें: इन फंड्स में निवेश से पहले अपनी जोखिम सहने की क्षमता का आकलन करें।
- पोर्टफोलियो संतुलन: अपने पोर्टफोलियो में सेक्टोरल और थीमेटिक फंड्स का हिस्सा 10% से अधिक न रखें।
- लंबी अवधि के लिए सोचें: इन फंड्स में निवेश लंबे समय के लिए करना फायदेमंद हो सकता है।
- विशेषज्ञ की सलाह लें: निवेश से पहले सेबी रजिस्टर्ड सलाहकार से परामर्श करें।
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