शेयर बाजार में निवेश करने वालों के लिए SEBI की तरफ से एक बड़ी खुशखबरी है। SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) ने शेयर ट्रेडिंग से जुड़े नियमों में बड़ा बदलाव किया है।
नए साल से शेयर बाजार में T+0 सेटलमेंट साइकिल को लागू किया जाएगा, जो भारतीय बाजार में इंस्टेंट सेटलमेंट की दिशा में एक बड़ा कदम है। आइए इसके बारे में बिस्तार से जानते है:-
क्या है T+0 सेटलमेंट?
T+0 सेटलमेंट का मतलब है कि जिस दिन आप शेयर बेचते हैं, उसी दिन आपको पूरे पैसे का भुगतान हो जाएगा। अभी तक बाजार में T+1 सेटलमेंट लागू है, जिसमें शेयर बेचने के बाद अगले दिन पूरा भुगतान होता है।
इस बदलाव से निवेशकों को अब तत्काल लाभ होगा, खासकर छोटे निवेशकों को, जो सीमित पूंजी के साथ बाजार में निवेश करते हैं।
कौन से शेयर होंगे शामिल?
SEBI ने T+0 सेटलमेंट के लिए शीर्ष 500 कंपनियों के शेयरों को चरणबद्ध तरीके से शामिल करने का फैसला किया है। 31 जनवरी 2025 से शुरू होने वाले इस बदलाव में पहले 100 कंपनियों के शेयरों को शामिल किया जाएगा।
इसके बाद हर महीने 100 कंपनियों को जोड़ा जाएगा, जब तक कि सभी 500 कंपनियां इस प्रक्रिया का हिस्सा न बन जाएं।
T+0 सेटलमेंट कैसे काम करेगा?
सेबी ने पहले से ही 25 प्रमुख कंपनियों में T+0 सेटलमेंट का बीटा वर्जन लॉन्च किया है। इसमें State Bank of India, Bajaj Auto, Ashok Leyland, LIC Housing Finance जैसी कंपनियां शामिल हैं। इस प्रक्रिया में, शेयर बेचते ही 100% रकम उसी दिन निवेशक के खाते में जमा हो जाती है।
निवेशकों के लिए फायदे
निवेशकों को SEBI की इस फैसले के बाद शेयर बेचने के बाद तुरंत पैसा मिलने से निवेशक तुरंत नए निवेश कर सकते हैं।
सीमित पूंजी वाले निवेशक अपने धन का अधिक प्रभावी तरीके से उपयोग कर सकेंगे।
इसके साथ ही सेटलमेंट प्रक्रिया तेज होने से लेन-देन की लागत में कमी आएगी और इंस्टेंट सेटलमेंट से बाजार में भरोसा बढ़ेगा और धोखाधड़ी जैसी घटना की संभावना कम होगी।
नए साल में शेयर बाजार में निवेश के लिए तैयार हो जाइए, क्योंकि T+0 सेटलमेंट आपके निवेश अनुभव को और भी बेहतर बनाने वाला है।
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