ITC Ltd ने अपनी होटल बिज़नस के डी-मर्जर का ऐलान किया है, जो 1 जनवरी 2025 से प्रभावी होगा। इस बदलाव के साथ-साथ 6 जनवरी 2025 को रिकॉर्ड डेट भी तय की गई है। इसका मतलब यह है कि यदि आपके पास 6 जनवरी 2025 तक ITC के शेयर्स हैं, तो आपको ITC के होटल बिजनेस से संबंधित एक नई कंपनी के शेयर्स मिलेंगे। यह डी-मर्जर निवेशकों के लिए एक अहम अवसर हो सकता है, जिससे कंपनी के होटल बिजनेस में नए विकास की संभावना बढ़ सकती है।
ITC का होटल बिजनेस और डी-मर्जर
ITC ने अपने होटल बिजनेस के डी-मर्जर के जरिए इस क्षेत्र को एक स्वतंत्र और अलग इकाई के रूप में स्थापित करने का निर्णय लिया है। इससे पहले, ITC ने Oberoi Hotels और HLV Ltd के The Leela ब्रांड में भी अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई थी। ITC ने “रसल क्रेडिट” के माध्यम से “EIHL” में 2.44% और “HLV” में 0.53% हिस्सेदारी खरीदी है। यह कदम होटल बिजनेस के लिए आईटीसी के दीर्घकालिक दृष्टिकोण को मजबूत करता है।
डी-मर्जर के बाद, निवेशकों को एक नई होटल कंपनी के शेयर्स मिलेंगे, और इस कंपनी का वित्तीय संरचना भी मजबूत होगा। डी-मर्जर का रेशियो 1:1 है, यानी यदि आपके पास 10 आईटीसी शेयर्स हैं, तो आपको 1 ITC Hotels का शेयर मिलेगा। इससे निवेशकों को कंपनी के होटल बिजनेस में हिस्सेदारी प्राप्त करने का एक नया तरीका मिलेगा।
ITC Hotel के लिए भविष्य की दिशा
डी-मर्जर के बाद, ITC Hotels का फोकस अपने कोर बिजनेस पर होगा। इसके अंतर्गत, कंपनी प्रीमियम प्रोजेक्ट्स और ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट्स में निवेश करने की योजना बना रही है। इससे ITC Hotel के विकास की गति और तेज हो सकती है। इसके अलावा, डी-मर्जर से कंपनी का स्ट्रक्चर सरल होगा, जो उसे नए अवसरों का फायदा उठाने में मदद करेगा।
ITC Hotel का होटल बिजनेस बेहद मजबूत है, और यह क्षेत्र में अपनी उपस्थिति को और भी मजबूत करने के लिए कई नए प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है। इसके बाद, आईटीसी होटल्स एक डेट-फ्री बैलेंस शीट के साथ लगभग 1000 करोड़ से 1500 करोड़ रुपये की नकद राशि रखेगा, जो वैल्यू अनलॉकिंग के लिए महत्वपूर्ण होगा।
निवेशकों के लिए अवसर
ITC के Hotel बिजनेस का डी-मर्जर निवेशकों के लिए एक अच्छा अवसर हो सकता है। जून 2024 में, कंपनी के शेयरहोल्डर्स ने इस प्रस्ताव को पूरी तरह से समर्थन दिया था। 99.6% पब्लिक इंस्टीट्यूशंस और 98.4% पब्लिक नॉन-इंस्टिट्यूशंस ने इस डी-मर्जर के पक्ष में वोट किया था।
हालांकि, अक्टूबर और नवंबर में स्टॉक में उतार-चढ़ाव देखा गया था, जिससे शेयर की कीमतों में गिरावट आई थी, लेकिन निवेशकों को उम्मीद है कि डी-मर्जर के बाद ITC का Hotel बिजनेस एक नए शिखर पर पहुंचेगा। इससे कंपनी के शेयरहोल्डर्स को दीर्घकालिक लाभ मिल सकता है।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, आईटीसी का होटल बिजनेस, जो अब एक स्वतंत्र इकाई बनेगा, वह निवेशकों के लिए कई नए अवसर लेकर आएगा। इस डी-मर्जर के बाद, कंपनी अपने होटल बिजनेस को नए स्तर पर ले जाने में सक्षम होगी। इससे कंपनी के होटल बिजनेस में वृद्धि की संभावना होगी और इसके परिणामस्वरूप स्टॉक की वैल्यू में सुधार हो सकता है। यह निवेशकों के लिए एक सुनहरा मौका हो सकता है, जिससे वे दीर्घकालिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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