अब लार्ज कैप नहीं रहेंगी ये 11 दिग्गज कंपनियां! निवेशकों के लिए बड़ा झटका?

अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं, तो आने वाले समय में आपके पोर्टफोलियो में बड़ा बदलाव हो सकता है। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) की जुलाई में होने वाली रीकैटेगराइजेशन रिपोर्ट के बाद 11 जानी-मानी कंपनियां लार्ज कैप से मिड कैप कैटेगरी में शिफ्ट हो सकती हैं। यह बदलाव 1 अगस्त 2025 से लागू होगा और इसका असर लाखों निवेशकों पर पड़ सकता है।

AMFI हर छह महीने में कंपनियों को उनके औसत मार्केट कैप के आधार पर तीन कैटेगरी – लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप में वर्गीकृत करता है। इस बार नवामा रिसर्च के अनुसार, लार्ज कैप की नई सीमा ₹91,600 करोड़ और मिड कैप की सीमा ₹30,700 करोड़ के आसपास तय हो सकती है। जो कंपनियां इस सीमा से नीचे होंगी, उन्हें मिड कैप में डाला जाएगा।

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इन 11 कंपनियों पर लटक रही है मिड कैप की तलवार:

  1. Rail Vikas Nigam Ltd (RVNL) – मार्केट कैप ₹82,410 करोड़
  2. Hero Motocorp – ₹86,423 करोड़
  3. इंडियन ओवरसीज बैंक – ₹73,849 करोड़
  4. Cummins India – ₹92,624 करोड़
  5. SBI Cards – ₹1 लाख करोड़ (सीमा पर होने के कारण शंका बनी हुई है)
  6. Polycab India – ₹97,798 करोड़
  7. Bosch – ₹95,123 करोड़
  8. ICICI Prudential Life Insurance – ₹93,718 करोड़
  9. Dabur India – ₹86,183 करोड़
  10. JSW Energy – ₹91,320 करोड़
  11. NTPC Green Energy – ₹89,276 करोड़

इन सभी कंपनियों का मार्केट कैप संभावित नई लार्ज कैप सीमा ₹91,600 करोड़ से कम है, इसलिए इन्हें मिड कैप में शामिल किया जा सकता है।

निवेशकों के लिए क्या है मायने?

यह बदलाव लार्ज कैप फंड और मिड कैप फंड दोनों के लिए रणनीति बदल सकता है। लार्ज कैप फंड केवल लार्ज कैप शेयरों में निवेश करते हैं, इसलिए इन 11 कंपनियों को पोर्टफोलियो से बाहर किया जा सकता है। वहीं मिड कैप फंड्स में इनकी एंट्री हो सकती है, जिससे इन शेयरों में डिमांड बढ़ सकती है।

फंड मैनेजर्स पहले ही रीकैटेगराइजेशन की संभावना को देखते हुए पोर्टफोलियो में बदलाव शुरू कर सकते हैं। मिड कैप कंपनियों में जोखिम अधिक होता है लेकिन रिटर्न की संभावना भी ज्यादा रहती है। इस कारण निवेशकों को अपने निवेश लक्ष्यों और रिस्क प्रोफाइल के अनुसार पोर्टफोलियो की समीक्षा करनी चाहिए।

रीकैटेगराइजेशन का टाइमिंग और प्रक्रिया

AMFI साल में दो बार – जनवरी और जुलाई में – रीकैटेगराइजेशन करता है। इसके लिए औसत मार्केट कैप 1 जनवरी से 30 जून और 1 जुलाई से 31 दिसंबर के बीच का आकलन किया जाता है। नई सूची क्रमश: 1 फरवरी और 1 अगस्त से लागू होती है।

इस बार लार्ज कैप की सीमा में संभावित कटौती ने कई दिग्गज कंपनियों को मिड कैप कैटेगरी की ओर धकेल दिया है। अगर ऐसा होता है, तो यह बदलाव बाजार में सेक्टोरल रोटेशन और फंड अलोकेशन में बड़ा परिवर्तन ला सकता है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे इन संभावित बदलावों पर नजर रखें और अपने फाइनेंशियल एडवाइज़र से परामर्श लेकर उचित निर्णय लें।

F.A.Q.

– AMFI रीकैटेगराइजेशन क्या होता है?

AMFI (Association of Mutual Funds in India) हर 6 महीने में कंपनियों को उनके औसत मार्केट कैप के आधार पर तीन कैटेगरी – लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप में वर्गीकृत करता है। इसका उद्देश्य म्यूचुअल फंड्स को निवेश के लिए स्पष्ट गाइडलाइन देना है।

– लार्ज कैप से मिड कैप में आने का निवेशकों पर क्या असर होगा?

अगर कोई कंपनी मिड कैप में शिफ्ट होती है, तो लार्ज कैप फंड उसे बेच सकते हैं और मिड कैप फंड्स उसमें निवेश शुरू कर सकते हैं। इससे उस स्टॉक में वोलैटिलिटी बढ़ सकती है और निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में बदलाव की जरूरत पड़ सकती है।

– इस बार लार्ज और मिड कैप की नई सीमा क्या हो सकती है?

नवामा रिसर्च के मुताबिक, लार्ज कैप की सीमा ₹91,600 करोड़ और मिड कैप की सीमा ₹30,700 करोड़ हो सकती है। पहले लार्ज कैप की सीमा ₹1 लाख करोड़ और मिड कैप की ₹33,200 करोड़ थी।

– रीकैटेगराइजेशन कब लागू होता है?

AMFI साल में दो बार – जनवरी और जुलाई में रीकैटेगराइजेशन करता है। नई कैटेगरी 1 फरवरी और 1 अगस्त से लागू होती है।

– क्या मिड कैप कंपनियों में निवेश करना सुरक्षित है?

मिड कैप कंपनियां ग्रोथ की अच्छी संभावनाएं देती हैं लेकिन इनमें जोखिम भी ज्यादा होता है। ऐसे में निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना जरूरी है।

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  • Manoj Talukdar

    नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम मनोज तालुकदार है, और मैं लम्बे समय से शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड जैसे निवेश से जुड़े क्षेत्रों में सक्रिय रूप से काम कर रहा हूं। इस दौरान मैंने जो अनुभव और ज्ञान अर्जित किया है, उसे मैं आप सभी के साथ इस वेबसाइट के माध्यम से साझा करना चाहता हूं। मेरा उद्देश्य है कि इस वेबसाइट के जरिए आपको निवेश से जुड़ी सही और उपयोगी जानकारी प्रदान कर सकूं, ताकि आप अपने निवेश निर्णयों को बेहतर बना सकें।

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