हाल ही में Waaree Energies के शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली, जिससे निवेशकों में चिंता का माहौल बन गया है। बीते कुछ महीनों से शेयर बाजार में अस्थिरता बनी हुई थी, लेकिन आज Waaree Energies के स्टॉक में करीब 9% की गिरावट दर्ज की गई। इस लेख में हम इस गिरावट के प्रमुख कारणों, निवेशकों की प्रतिक्रिया और भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे।

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Waaree Energies Share में गिरावट के कारण
Waaree Energies के शेयरों में हाल की गिरावट के पीछे कई कारण हैं। इनमें से कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:
- अमेरिकी टैरिफ नीति का प्रभाव:अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रस्तावित टैरिफ वृद्धि की संभावना को लेकर बाजार में चिंता बनी हुई है। अमेरिकी सरकार घरेलू सोलर उद्योग को बढ़ावा देने के लिए आयातित सोलर मॉड्यूल्स पर टैरिफ बढ़ा सकती है। इसका सीधा असर भारतीय सोलर कंपनियों पर पड़ सकता है, जिससे Waaree Energies समेत कई अन्य ग्रीन एनर्जी कंपनियों के शेयर प्रभावित हुए हैं।
- आईपीओ लॉक-इन पीरियड का खत्म होना:Waaree Energies का आईपीओ हाल ही में जारी हुआ था, और इसका लॉक-इन पीरियड 22 जनवरी को समाप्त हुआ। लॉक-इन पीरियड वह समय होता है, जिसमें निवेशक अपने शेयर नहीं बेच सकते। जैसे ही यह अवधि खत्म हुई, करीब 40 लाख शेयर ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध हो गए। इससे कई प्रमोटर्स और शुरुआती निवेशकों ने अपने शेयर बेच दिए, जिससे स्टॉक में गिरावट आई।
- नकारात्मक बाजार धारणा:Waaree Energies का शेयर अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर से करीब 41% तक गिर चुका है। यह गिरावट निवेशकों की धारणा को भी प्रभावित कर रही है, जिससे बाजार में और अधिक बिकवाली का दबाव बन रहा है।
आगे की संभावनाएँ और निवेशकों की रणनीति
क्या निवेशकों को बने रहना चाहिए या एग्जिट लेना चाहिए?
बाजार विशेषज्ञ विपिन डिसेना के अनुसार, वारी एनर्जी का शेयर अभी भी कमजोर स्थिति में है। उन्होंने अनुमान लगाया है कि यह स्टॉक 2100 रुपये से और नीचे गिर सकता है। ऐसे में निवेशकों को नई खरीदारी से बचने और सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
क्या यह गिरावट जारी रहेगी?
वरी एनर्जीस का छह महीने का लॉक-इन पीरियड 25 अप्रैल को समाप्त होगा, जिससे और अधिक शेयर बिक्री के लिए उपलब्ध हो सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे स्टॉक पर और दबाव बन सकता है, और आगे भी गिरावट जारी रह सकती है।
निष्कर्ष
Waaree Energies के स्टॉक में हाल ही में आई गिरावट के पीछे कई कारण हैं, जिनमें अमेरिकी टैरिफ नीति, आईपीओ लॉक-इन पीरियड की समाप्ति और नकारात्मक बाजार धारणा प्रमुख हैं। पूरे ग्रीन एनर्जी सेक्टर पर इसका प्रभाव पड़ा है, जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ गई है।
बाजार विशेषज्ञों की सलाह है कि इस समय Waaree Energies में नई खरीदारी से बचना चाहिए और मौजूदा निवेशकों को भी सतर्क रहना चाहिए। आगामी कुछ महीनों में स्टॉक के प्रदर्शन पर नज़र रखना आवश्यक होगा, खासकर 25 अप्रैल को लॉक-इन पीरियड समाप्त होने के बाद।
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Disclaimer:- “sharemarketin.com पर हम यह स्पष्ट रूप से बता रहे हैं कि हम किसी भी खबर या लक्ष्य को सही होने का दावा नहीं कर रहे हैं। इस वेबसाइट पर दी जाने वाली जानकारियाँ हमारी शेयर मार्किट की लम्बे समय का अनुभव के आधार पर हैं। यदि आप किसी शेयर में निवेश करना चाहते हैं, तो कृपया उसे स्वयं विश्लेषण करें और अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह प्राप्त करें, इसके बाद ही किसी निवेश के फैसले पर विचार करें।”