सेमीकंडक्टर चिप्स इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और वाहनों में एक महत्वपूर्ण उपकरण होता है। यह एक ऐसा आइटम है जिसकी अगर मार्केट में कमी होती है, तो बड़ी कंपनियों को अपने उत्पादन को बंद करना पड़ता है।
पिछले कुछ सालों में इस बात को अनुभव किया गया है कि इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स आसानी से उपलब्ध नहीं थे। जिस वजह से कोई सारे मोबाइल कंपनीयों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा था और साथ साथ कुछ वाहनों में लंबी प्रतीक्षा देखने को मिली थी, इसका मुख्य कारण सेमीकंडक्टर चिप्स की कमी थी।
जो कंपनियां पहले से ही सेमीकंडक्टर चिप्स का उत्पादन कर रही हैं या फिर भविष्य में उत्पादन करेंगी, उनमें थोड़ा सा निवेश करके हम भविष्य में बड़ा मुनाफा कमा सकते हैं।
सेमीकंडक्टर सेक्टर को लेकर सरकार का बड़ा फैसला
2024 के मार्च महीने की शुरुआत में ही एक बड़ी खुशखबरी आई है। कैबिनेट ने भारत में तीन बड़े सेमीकंडक्टर चिप्स के उत्पादन प्लांट को मंजूरी दे दी है। यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हो सकता है। जो कंपनियां पहले से ही सेमीकंडक्टर चिप्स का उत्पादन कर रही हैं या फिर भविष्य में उत्पादन करेंगी, उनमें थोड़ा सा निवेश करके हम भविष्य में बड़ा मुनाफा कमा सकते हैं।
जल्द ही भारत में 1.2 लाख करोड़ के निवेश के साथ तीन बड़े सेमीकंडक्टर्स के उत्पादन प्लांट शुरू होने जा रहे हैं। यह हमारे लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इन प्लांट्स को चलाने वाली कंपनियां स्टॉक मार्केट में पहले से ही लिस्ट हैं। अगर हमारे पास उन कंपनियों के स्टॉक्स हैं, तो यह हमें बड़ा मुनाफा दे सकते हैं।
सेमीकंडक्टर सेक्टर से जुड़ी टाटा ग्रुप की इस कंपनी को होगा फ़ायदा
हमारी सबसे पहली सूची में है Tata Investment Corporation, इसके नाम से ही पता चलता है कि यह टाटा ग्रुप की एक कंपनी है। यह एक वित्तीय आधारित कंपनी है जो इक्विटी, डेट और म्यूचुअल फंड जैसे वित्तीय उपकरणों को संचालित करती है।
यदि आपको लगता है कि इस वित्तीय आधारित कंपनी का सेमीकंडक्टर प्लांट से क्या संबंध है, तो मैं आपको बता दूं कि Tata Electronics एक टाटा ग्रुप का एक वेंचर है। Tata Electronics ने जापानी सेमीकंडक्टर निर्माता PSMC Forge के साथ साझा उत्पादन स्थापित किया है। यह दोनों मिलकर गुजरात में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट को स्थापित करेंगे।
Tata Electronics कंपनी स्टॉक मार्केट में लिस्ट नहीं है, लेकिन Tata Investment Corporation का इसमें महत्वपूर्ण हिस्सा है। अगर यह वेंचर सफल होता है, तो इससे आगे जाकर सेमीकंडक्टर्स की डिमांड में वृद्धि होगी और यह स्टॉक इन्वेस्टर्स को अच्छा प्रॉफिट दे सकता है।
इस कंपनी ने किया सेमीकंडक्टर बनानेवाले कंपनी को अधिग्रहण
उसके बाद हमारे लिस्ट की दूसरी कंपनी है Tejas Networks, यह भी कंपनी टाटा ग्रुप का ही हिस्सा है। कुछ समय पहले ही टाटा ग्रुप ने Tejas Networks को अधिग्रहण किया है। अब Tejas Networks ने सांख्या लब्स नामक कंपनी को भी अधिग्रहण किया है, और इसमें 64 प्रतिशत होल्डिंग है। सांख्या लब्स सेमीकंडक्टर चिप्स का उत्पादन करती है और इसी को ध्यान में रखते हुवे ही Tejas Networks ने इस कंपनी को अधिग्रहण किया है।
आने वाले समय में, तेजस नेटवर्क्स हमें अच्छा प्रॉफिट दे सकती है। टाटा ग्रुप के अधिग्रहण के पहले, Tejas Networks कंपनी बहुत बड़ा नुकसान उठा रही थी, लेकिन टाटा ग्रुप के अधिग्रहण के बाद, इसमें कई सकारात्मक बदलाव हुए हैं।
सेमीकंडक्टर में अपने पकड़ बनाने CG Power का जॉइंट वेंचर
तीसरे CG Power जो बहुत महत्वपूर्ण स्टॉक है। यह मुरुगप्पा ग्रुप का हिस्सा है और जल्द ही जापानी सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरर रेनेसा इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ जॉइंट वेंचर करेगा। यह जॉइंट वेंचर गुजरात के सानंद में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लाने जा रहा है, जिसका लक्ष्य है 15 मिलियन सेमीकंडक्टर चिप्स का उत्पादन करना है, इससे गुजरात में एक बड़ा प्रोजेक्ट आने वाला है।
Also read:- फार्मा सेक्टर या मैन्युफैक्चरिंग: किसमें करें निवेश? जानिए भविष्यवाणी और एक्सपर्ट की राय!
Disclaimer:- “sharemarketin.com पर हम यह स्पष्ट रूप से बता रहे हैं कि हम किसी भी खबर या लक्ष्य को सही होने का दावा नहीं कर रहे हैं। इस वेबसाइट पर दी जाने वाली जानकारियाँ हमारी शेयर मार्किट की लम्बे समय का अनुभव के आधार पर हैं। यदि आप किसी शेयर में निवेश करना चाहते हैं, तो कृपया उसे स्वयं विश्लेषण करें और अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह प्राप्त करें, इसके बाद ही किसी निवेश के फैसले पर विचार करें।”