बाजार कब गिरेगा और कब संभलेगा, यह कहना किसी के लिए भी संभव नहीं है। बाजार के उतार-चढ़ाव अनिश्चित होते हैं और निवेशकों के लिए चिंता का कारण बन सकते हैं।
लेकिन घबराने की बजाय, समझदारी और योजनाबद्ध तरीके से काम करके, आप अपने निवेश पोर्टफोलियो को सुरक्षित रख सकते हैं। गिरते बाजार में आपके पोर्टफोलियो पर न्यूनतम प्रभाव कैसे हो, इसके लिए कुछ आसान लेकिन महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं।
Join Our Whatsapp Chanel | Join Here |
क्या न करें गिरते बाजार में?
1. घबराकर न बेचें
ऐतिहासिक आंकड़े बताते हैं कि बाजार के सबसे बुरे और सबसे अच्छे दिन अक्सर एक-दूसरे के बेहद करीब होते हैं। उदाहरण के लिए, 2001, 2004, 2005, 2008, और 2018 में निफ्टी 50 के बेस्ट और वर्स्ट दिनों के बीच का अंतर सिर्फ कुछ दिनों का था। ऐसे में घबराहट में अपनी होल्डिंग्स को बेचने का फैसला नुकसानदेह हो सकता है। बाजार के गिरने पर जल्दबाजी में निर्णय लेना आपकी दीर्घकालिक योजनाओं को प्रभावित कर सकता है।
2. पैनिक में खरीदारी से बचें
बाजार गिरते ही कई निवेशकों को लगता है कि यह ब्लू चिप स्टॉक्स या इंडेक्स फंड्स खरीदने का सही समय है। लेकिन बिना किसी स्पष्ट योजना और जोखिम सहने की क्षमता का आकलन किए बगैर निवेश करना, नुकसान का कारण बन सकता है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय लक्ष्यों और मौजूदा पोर्टफोलियो का विश्लेषण करें।
क्या करें गिरते बाजार में?
1. कैश फ्लो स्टेटमेंट तैयार करें
सबसे पहले, अपनी आय और खर्चों का दैनिक रिकॉर्ड बनाएं। इससे आपको यह पता चलेगा कि आपके पास कितना पैसा है और उसे कहां खर्च करना चाहिए। यह रणनीति आपको आवश्यक खर्च जैसे किराया, बिजली-पानी का बिल और बच्चों की फीस जैसी चीजों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करती है। अनावश्यक खर्चों को नियंत्रित करके आप अपने फंड को मजबूत बना सकते हैं।
2. इमरजेंसी फंड तैयार करें
अगर आपके पास पहले से कोई इमरजेंसी फंड है, तो उसमें 2-3 महीने के अतिरिक्त खर्च जोड़ें। यह फंड आपको किसी भी वित्तीय अनिश्चितता के समय मानसिक शांति प्रदान करेगा। गिरते बाजार में ऐसा फंड आपके निवेश को छेड़े बिना आपके दैनिक खर्चों को संभालने में सहायक हो सकता है।
3. लॉन्ग टर्म निवेश पर ध्यान दें
बाजार चाहे कितना भी गिरे, वह जीरो नहीं होगा। बाजार के गिरने का मतलब है कि वह जल्द या देर से संभलेगा। यदि आपका निवेश लंबी अवधि के लिए है, तो आपको छोटे-मोटे उतार-चढ़ाव की चिंता नहीं करनी चाहिए। याद रखें, अर्थव्यवस्था हमेशा रिकवरी करती है, और आपके धैर्य का फल लंबे समय में अच्छा मिल सकता है।
4. पोर्टफोलियो को री-बैलेंस करें
गिरते बाजार में अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करना बेहद जरूरी है। तय करें कि आप कम जोखिम वाले एसेट्स (जैसे डेट म्यूचुअल फंड्स, फिक्स्ड डिपॉजिट) से कितना हिस्सा उच्च जोखिम वाले एसेट्स (जैसे इक्विटी म्यूचुअल फंड्स) में स्थानांतरित कर सकते हैं। यह कदम आपके निवेश को स्थिर और संतुलित बनाए रखेगा।
गिरते बाजार में निवेशकों के लिए सुझाव
गिरते बाजार में समझदारी और अनुशासन से काम लेना ही सबसे बेहतर रणनीति है। घबराहट से बचें, अपने निवेश लक्ष्यों को ध्यान में रखें और दीर्घकालिक दृष्टिकोण बनाए रखें। निवेश की दुनिया में सफलता पाने का सबसे बड़ा मंत्र है – धैर्य और विवेक। बाजार का गिरना और उठना दोनों ही सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा हैं, और सही रणनीति अपनाकर आप किसी भी वित्तीय संकट को अपने पक्ष में बदल सकते हैं।
Join Our Whatsapp Chanel | Join Here |
Also read:- क्या विदेशी निवेशकों की बिकवाली से भारतीय शेयर बाजार डूबने वाला है? जानें क्या है वजह!
Disclaimer:- “sharemarketin.com पर हम यह स्पष्ट रूप से बता रहे हैं कि हम किसी भी खबर या लक्ष्य को सही होने का दावा नहीं कर रहे हैं। इस वेबसाइट पर दी जाने वाली जानकारियाँ हमारी शेयर मार्किट की लम्बे समय का अनुभव के आधार पर हैं। यदि आप किसी शेयर में निवेश करना चाहते हैं, तो कृपया उसे स्वयं विश्लेषण करें और अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह प्राप्त करें, इसके बाद ही किसी निवेश के फैसले पर विचार करें।”